Last Updated:January 19, 2025, 18:28 IST
दुनिया में पहली बार उल्कापिंड के गिरने की आवाज रिंग कैमरे में रिकॉर्ड हुई. कनाडा के रहने वाले लौरा केली और जो वेलैडियम ने 2024 में अपने घर के बाहर निशान पाया. जांच में पता चला कि यह उल्कापिंड 4.5 अरब साल पुरानी चोंड्राइट सामग्री...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- कनाडा में एक घर के बाहर उल्कापिंड गिरा
- यह एक बेहद छोटी चट्टान थी
- पहली बार चट्टान गिरने की आवाज रिकॉर्ड हुई
ओटावा: कनाडा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक घर के सामने अंतरिक्ष से एक चट्टान गिरी है. दरवाजे पर लगी घंटी के कैमरे ने इस घटना को कैद किया. पहली बार है जब उल्कापिंड के पृथ्वी से टकराने की आवाज रिकॉर्ड हो गई है. घटना जुलाई 2024 की है. कनाडा के प्रिंस एडवर्ड आइलैंड में लौरा केली और जो वेलैडियम ने अपने घर के बाहर एक रहस्यमयी निशान देखा. इसके बाद उन्होंने अपने रिंग कैमरा की रिकॉर्डिंग चेक की. इसमें उन्होंने पाया कि एक पत्थर आसमान से गिरा और धूल के गुबार के साथ फूट गया. उन्होंने इस धूल भरी चट्टान की 7 ग्राम सामग्री इकट्ठा की और यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्टा के डॉ. क्रिस हर्ड को भेजा, जहां पता चला कि यह एक अंतरिक्ष चट्टान है.
रिंग बेल कैमरा कथित तौर पर भूतों और यूएफओ समेत कई तरह के अजीबोगरीब चीजों को रिकॉर्ड करते रहे हैं. लेकिन यह पहली बार है जब धरती से टकराते हुए उल्कापिंड को कैमरे में रिकॉर्ड किया गया. जुलाई 2024 में लौरा केली और जो वेलैडियम अपने कुत्ते को घुमाकर लौट रहे थे. तब उन्होंने अपने घर के बाहर एक रहस्यमय आकार का निशान पाया. कैमरा चेक करने पर दिखा कि एक चट्टान आसमान से गिरी है. घर के मालिकों को लगा कि यह उल्कापिंड का टुकड़ा हो सकता है, इसलिए उन्होंने इसे अलबर्टा यूनिवर्सिटी में उल्कापिंड क्यूरेटर डॉ. क्रिस हर्ड को भेजा.
This is the 1st clip the dependable of a meteorite interaction has been heard! Sound up. From Prince Edward Island, Canada.https://t.co/OuE7Q3jlfb pic.twitter.com/B8Ie0fjr6E
— Dr Dan Jones (@Hookean1) January 15, 2025
जमीन पर बन गया छेद
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. हर्ड ने कहा, ‘इस तरह किसी अन्य उल्कापिंड के गिरने को डॉक्यूमेंट नहीं किया गया है, जिसकी आवाज भी पता चले. जब चट्टान उनके घर में गिरी तो वह इतनी तेजी से आगे बढ़ी कि कैमरे ने सिर्फ एक ही फ्रेम को कैद किया.’ डॉ. हर्ड ने जब नमूनों को देखा तो वह समझ गए कि यह एक साधारण पत्थर नहीं है. किस्मत से पत्थर के गिरने के 10 दिन बाद ही डॉ. हर्ड साइट पर पहुंच गए. उन्होंने पाया कि जिस जगह यह पत्थर गिरा है वहां 2 सेमी X 2 सेमी का छेद बन गया.
उल्कापिंड ने की 32 करोड़ किमी की यात्रा
जो और लॉरी की मदद से डॉ. हर्ड ने 95 ग्राम एस्टेरॉयड की सामग्री को इकट्ठा किया. इसे अल्बर्टा यूनिवर्सिटी में आगे के अध्ययन के लिए रखा जा रहा है. इस पत्थर को अब प्रिंस एडवर्ड द्वीप की राजधानी के नाम पर ‘चार्लोटेटाउन उल्कापिंड’ कहा जाता है. यह चोंड्राइट से बनी हैं जो सबसे आम उल्कापिंड होते हैं. चोंड्राइट उल्काएं लगभग 4.5 अरब वर्ष पहले सौर मंडल के निर्माण से बचे हुए हैं और तब से अंतरिक्ष के सुदूर इलाकों में लगभग अछूते पड़े होते हैं. माना जा रहा है कि इस चट्टान ने 32.9 करोड़ किमी दूर की यात्रा की होगी.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
January 19, 2025, 18:28 IST