Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 24, 2025, 19:32 IST
Airavat cave Jageshwar Dham : जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और मंदिर समिति लोग इसे प्रचार प्रसार में जुट गए हैं. पर्यटन के लिए इसे विकसित करने की योजना है. हाथी जैसे दिखने वाले इस पहाड़ की वजह से...
प्राचीन ऐरावत की गुफा.
अल्मोड़ा. देवभूमि उत्तराखंड में ऐसी कई चीजे हैं जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं. अल्मोड़ा जिले में भी एक ऐसी प्राचीन गुफा है जिसे ऐरावत गुफा के नाम से जाना जाता है. अल्मोड़ा से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम से कुछ ही दूरी पर है ये गुफा. वैसे तो जागेश्वर धाम में कई राज्यों और विदेशों के श्रद्धालु पर आते हैं. ये गुफा जागेश्वर मंदिर से करीब एक किलोमीटर आगे है. कभी इस गुफा में संत और तपस्वी ध्यान लगाते थे. अब इस गुफा को देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी पर पहुंच रहे हैं.
इस गुफा के महत्त्व और यहां आ रहे पर्यटकों को देखते हुए जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के साथ मंदिर समिति लोग इसका रखरखाव और प्रचार प्रसार करने में जुट गए हैं. पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित करने की योजना बनाई गई है.
ऐसे पड़ा नाम
अल्मोड़ा के क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जागेश्वर मंदिर समूह अपने आप में एक बड़ा पर्यटन स्थल है. उससे करीब एक किलोमीटर की दूरी पर ऐरावत गुफा है. ये गुफा ट्रैकिंग प्रेमियों के लिए अच्छी जगह है. यहां पर दो गधेरे भी हैं जिसके बीचों-बीच में ये गुफा है. हाथी जैसा दिखने वाले इस पहाड़ की वजह से स्थानीय लोगों ने इसे ऐरावत नाम दिया है. पहले इस गुफा में साधु संत ध्यान और योग किया करते थे.
DM को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
इस गुफा के बारे में जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे को अवगत कराया गया था. इस स्थल का निरीक्षण करने आए जिलाधिकारी खुद इस गुफा में गए थे. निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में पर्यटन के दृष्टिकोण से ये गुफा काफी महत्त्वपूर्ण होगी. इस स्थल का विकास और सौंदर्यीकरण कराया जाएगा. क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि उन्होंने इस गुफा का निरीक्षण किया है. इसकी रिपोर्ट जल्द जिलाधिकारी को सौंप देंगे. इसके बाद जैसे भी दिशा निर्देश होंगे, उसी हिसाब से इसका सौंदर्यीकरण कराया जाएगा.
Location :
Almora,Uttarakhand
First Published :
January 24, 2025, 19:32 IST
कभी तपस्वियों को लुभाती थी, अब पर्यटकों को भा रही यहां की ऐरावत गुफा