कर्नाटक में घोटाले का एक ऐसा आरोप सामने आया है जिससे पूरे देश के लोग चौंक सकते हैं। दरअसल, एन्टी करप्शन फोरम के अध्यक्ष एनआर रमेश ने बेंगलुरु महानगर निगम यानि बीबीएमपी में 46300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। एनआर रमेश ने इन आरोपों को लगाने के साथ ही बीबीएमपी आयुक्त समेत 18 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र भी लिखा है।
क्या है पूरा मामला?
एनआर रमेश द्वारा ईडी को लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि साल 2013-14 से साल 2023-24 तक साढ़े 9 वर्षों के दौरान बेंगलुरु महानगर निगम के अंतर्गत सड़क विकास कार्यों (सफ़ेद टॉपिंग कार्य, नालियाँ और डामरीकरण) के लिए विभिन्न अनुदानों के माध्यम से 46,300 करोड़ रुपये का भारी अनुदान जारी किया गया था।
4,113 पन्नों के दस्तावेज सौंपे
एनआर रमेश ने पत्र में आरोप लगाते हुए इस घोटाले में शामिल निगम के मुख्य आयुक्त तुषार गिरिनाथ, प्रशासनिक अधिकारी उमाशंकर समेत 18 आईएएस अधिकारियों और निगम के सभी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में शिकायत दर्ज कर 4,113 पन्नों के दस्तावेज सौंपे हैं। इन दस्तावेजों में में आरोप लगाया गया है कि टोटल ग्रांट में 75% से अधिक धन की हेराफेरी की गई है।
केर्स दर्ज करने की अपील
एन्टी करप्शन फोरम के अध्यक्ष एनआर रमेश ने अपने पत्र में ED से सार्वजनिक धन के दुरुपयोग से जुड़े 46,300 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले के संबंध में, बीएनएस-2023 के तहत सभी आरोपियों के खिलाफ सार्वजनिक धन का दुरुपयोग, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार, जालसाजी और सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए केर्स दर्ज करने की अपील की है।