Last Updated:February 08, 2025, 11:30 IST
Garud Puran: हमारे अपनों का जब निधन होता है तब उनका शरीर हमारे पास से चला जाता है, लेकिन उनके सामान हमारे पास रह जाते हैं. कई बार सवाल किया जाता है कि मृत व्यक्ति के सामान का क्या करना चाहिए. गरुड़ पुराण में इस...और पढ़ें
![कहीं आप भी तो नहीं करते हैं मृत व्यक्ति के सामान का इस्तेमाल? आ सकता है संकट ! कहीं आप भी तो नहीं करते हैं मृत व्यक्ति के सामान का इस्तेमाल? आ सकता है संकट !](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/garun-puran-2025-02-9b6b5db263c1a749914b5a79ea70231b.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
मृत व्यक्ति के सामान का क्या करें?
हाइलाइट्स
- मरे हुए व्यक्ति के कपड़े, गहने, घड़ी, जूते नहीं पहनने चाहिए.
- मरे हुए व्यक्ति के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
- मरे हुए व्यक्ति के सामान का उपयोग करने से पितृ दोष लगता है.
Garud Puran: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है इसमें मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा और उसके कर्मों के फल के बारे में विस्तार से बताया गया है. गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बातें भी बताई गई हैं जिनका पालन न करने से व्यक्ति को बुरे नतीजों का सामना करना पड़ सकता है. इनमें से एक है मरे हुए लोगों के सामानों का इस्तेमाल करना. जो लोग मर चुके हैं उनके सामान का क्या करना चाहिए इस पुराण में उसका पूरा विवरण है.
मरे हुए व्यक्ति के सामान का इस्तेमाल करें या नहीं
गरुड़ पुराण के अनुसार मरे हुए व्यक्ति के कुछ सामानों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पितृ दोष लगता है और इसका असर कई पीढ़ियों तक भुगतना पड़ता है. आइए जानते हैं कि वो कौन से सामान हैं जिनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए:
कपड़े: मरे हुए व्यक्ति के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि उन कपड़ों में मृतक की ऊर्जा होती है और उन्हें पहनने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
गहने: मरे हुए व्यक्ति के गहने भी नहीं पहनने चाहिए. गहनों में भी मृतक की ऊर्जा होती है और उन्हें पहनने से दुर्भाग्य आता है.
घड़ी: मरे हुए व्यक्ति की घड़ी भी नहीं पहननी चाहिए. घड़ी समय का प्रतीक है और इसमें मृतक की ऊर्जा होती है. इसे पहनने से व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आ सकती हैं.
जूते: मरे हुए व्यक्ति के जूते भी नहीं पहनने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि जूतों में मृतक के पैर की धूल लगी होती है और उन्हें पहनने से रोग और बीमारियां होती हैं.
बर्तन: मरे हुए व्यक्ति के बर्तन भी इस्तेमाल नहीं करने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि उन बर्तनों में मृतक का जूठन लगा होता है और उन्हें इस्तेमाल करने से दुर्भाग्य आता है.
मरे हुए लोगों के सामानों का इस्तेमाल करने से पितृ दोष लगता है. पितृ दोष का अर्थ है कि मृतक के पितर नाराज हैं और वे व्यक्ति को आशीर्वाद नहीं दे रहे हैं. पितृ दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि धन की कमी, स्वास्थ्य समस्याएं और पारिवारिक समस्याएं.
इसलिए गरुड़ पुराण में कहा गया है कि मरे हुए लोगों के सामानों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इन सामानों को दान कर देना चाहिए या फिर उन्हें जला देना चाहिए. ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.
यह भी ध्यान रखें कि मरे हुए व्यक्ति के सामानों का इस्तेमाल करने से पहले उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा करने से मृतक की आत्मा को शांति मिलती है और पितृ दोष का प्रभाव कम होता है. अगर आप किसी मरे हुए व्यक्ति के सामान का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लें. ज्योतिषी आपको बता सकते हैं कि इन सामानों का इस्तेमाल करना उचित है या नहीं.
First Published :
February 08, 2025, 11:30 IST