Last Updated:February 08, 2025, 17:52 IST
Delhi chunav effect 2025: दिल्ली चुनाव के नतीजों ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल दोनों को गहरा सदमा दिया है. दिल्ली में कम से कम 20 से 25 सीटों पर कांग्रेस की वजह से AAP को नुकसान उठाना पड़ा है.
हाइलाइट्स
- बीजेपी ने 48 सीट जीतकर दिल्ली में वापसी की.
- कांग्रेस ने AAP को 20-25 सीटों पर नुकसान पहुंचाया.
- गठबंधन होता तो AAP और कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर होता.
नई दिल्ली. दिल्ली में साल 2025 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल दोनों का खेल खत्म हो चुका है? बीजेपी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में दमदार तरीके से वापसी की है. बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में 48 सीट जीतकर इतिहास रच दिया है. वहीं, ‘आप’ को इस चुनाव में मात्र 22 सीटों से संतोष करना पड़ा. अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज सहित आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज इस चुनाव में हार गए. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आम आदमी पार्टी की इतनी बड़ी हार कैसे हो गई? क्या लोकसभा चुनाव की तरह आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी अगर विधानसभा चुनाव में गठबंधन करती तो भी इतनी बड़ी हार होती? कांग्रेस उम्मीदवारों ने आम आदमी पार्टी को कितनी सीटों पर नुकसान पहुंचाया है?
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से तकरीबन 20-35 सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी का खेल बिगाड़ दिया है. सबसे बड़ा उदाहरण नई दिल्ली सीट ही है, जहां अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित की वजह से हार झेलनी पड़ी. कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित को 4 हजार 568 वोट मिले. जबकि, अरविंद केजरीवाल बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा से 4 हजार 89 वोट से हार गए. जंगपुरा से मनीष सिसोदिया की भी कांग्रेस की वजह से हार हुई. सिसोदिया बीजेपी प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह से 675 वोट से हारे. जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी फरहाद सूरी को 7 हजार 350 वोट मिले.
कांग्रेस-AAP साथ चुनाव लड़ती तो नतीजे क्या होते?
बादली सीट पर आप उम्मीदवार अजेश यादव बीजेपी प्रत्याशी दीपक चौधरी से 15 हजार से अधिक वोटों से हारे हैं. जबकि, इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 41 हजार 71 वोट पड़े हैं. इसी तरह बिजवासन सीट से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहलोत आम आदमी प्रत्याशी से 11 हजार 276 वोट से जीते हैं, जबकि, इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ने 9 हजार 409 वोट लाए हैं. छतरपुर से बीजेपी प्रत्याशी करतार सिंह तंवर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ब्रह्म सिंह तंवर से को 6239 वोट से हराया है. जबकि, इस सीट पर काग्रेंस प्रत्याशी राजेंद्र सिंह तंवर को 6 हजार 601 वोट मिले हैं.
क्या राहुल और केजरीवाल की जिद से बीजेपी की हुई वापसी?
आम आदमी पार्टी को इस तरह से तकरीबन 20 से 25 सीटों पर कांग्रेस ने खेल बिगाड़ दिया है. बीजेपी बेशक 48 सीट जीत गई है, लेकिन अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन होतो तो ये स्थिति नहीं होती. ऐसे में अब राहुल गांधी और अऱविंद केजरीवाल दोनों को पछतावा हो रहा होगा. जानकार बताते हैं कि दोनों पार्टियां अगर एक साथ चुनाव लड़ते तो बीजेपी अपनी पुरानी वाली स्थिति से बाहर नहीं निकल पाती. बीजेपी को सिंगल डिजिट में ही संतोष करना पड़ता.
हरियाणा ने दिल्ली में बिगाड़ा खेल?
गौरतलब है कि हरियाणा चुनाव में दोनों पार्टियों में काफी तल्खी दिखी, जब आम आदमी पार्टी हरियाणा में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ना चाहती थी. लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा की वजह से दोनों पार्टियों में गठबंधन नहीं हो सका. यही हाल दिल्ली चुनाव में हुआ जब कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं और आप की कुछ नेताओं की वजह से गठबंधन नहीं हो सका.
कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में इस बार मजबूती से न केवल लड़ी बल्कि, अपने कई पूर्व सांसद और वरिष्ट नेताओं को भ मैदान में उतारकर आप का खेल बिगाड़ दी. अगर हम दिल्ली चुनाव की आंकड़ों और वोट शेयर की बात करें तो दोनों का मिला दें तो वह बीजेपी से कम होती नजर आ रही है. ऐसे में चुनाव परिणाम देखने के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों अपने आपको कोस रहे होंगे
Location :
Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi
First Published :
February 08, 2025, 17:52 IST