Last Updated:February 12, 2025, 12:44 IST
Kalashtami 2025: 20 फरवरी को कालाष्टमी व्रत रखा जाएगा. इस दिन काल भैरव का व्रत और पूजन करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है. साथ ही भय व शत्रुओं से मुक्ति मिलती है.
![कालाष्टमी के दिन लगाएं इन विशेष चीजों का भोग, प्रसन्न होंगे बाबा काल भैरव! कालाष्टमी के दिन लगाएं इन विशेष चीजों का भोग, प्रसन्न होंगे बाबा काल भैरव!](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/kaal-bhairav-2025-02-f3d043edbc73d9b2602ddd00f0b2b537.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
कालाष्टमी के दिन बाबा काल भैरव को ऐसे करें प्रसन्न, लगाएं इन विशेष चीजों का भोग, मनोकामना होंगी पूरी
हाइलाइट्स
- कालाष्टमी 20 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी.
- बाबा काल भैरव को गुलगुले, जलेबी, हलवे का भोग लगाएं.
- पूजा के बाद गरीबों को भोजन कराना लाभकारी है.
Kalashtami 2025: हिंदू धर्म में कालाष्टमी का बहुत अधिक महत्व माना जाता है. कालाष्टमी का व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है. इस दिन बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है व उनके निमित्त व्रत रखा जाता है. बताया जाता है कि काल भैरव भगवान शिव के रौद्र रूप हैं. विधि-विधान से पूजा-पाठ करने पर व्यक्ति को भय से मुक्ति मिलती है और उसके समस्त दुखों का नाश होता है. वहीं पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार, कालाष्टमी के दिन अगर विधि-विधान से पूजा कर बाबा काल भैरव को उनका प्रिय भोग लगाया जाए तो वे प्रसन्न होते हैं और जातक को समस्त कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं.
इस दिन मनाई जाएगी कालाष्टमी
कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 20 फरवरी को सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर शुरु होगी और 21 फरवरी को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में कालाष्टमी का व्रत 20 फरवरी के दिन रखा जाएगा और इसी दिन कालाष्टमी व्रत रखा जाएगा.
भगवान काल भैरव को लगाए ये भोग
– कालाष्टमी के दिन बाबा काल भैरव को गुलगुले, जलेबी या हलवे का भोग लगाना चाहिए. यह उन्हें बेहद प्रिय माने जाते हैं.
– भगवान काल भैरव को कालाष्टमी के दिन मदिरा का भोग लगाने का भी महत्व है, इसलिए इस दिन आप इन्हें मदिरा का भोग लगा सकते हैं.
– मान्यताओं के अनुसार, काल भैरव को इस दिन पूजा के समय पान, सुपारी, लौंग सहित मुखवास आदि चढ़ाना भी अच्छा माना जाता है.
– एक बात का ध्यान अवश्य रखें कि जब भी आप कालाष्टमी की पूजा करके उन्हें भोग लगाएं. उसके बाद गरीबों को भोजन अवश्य कराएं. इससे आपको अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा.
कालाष्टमी व्रत का महत्व
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, कालाष्टमी का व्रत भगवान काल भैरव को समर्पित होता है. इस दिन विधि-विधान से व्रत पूजा करने वाले जातक को भय कष्टों से मुक्ति मिलती है और इसके साथ ही समस्त रोगों का नाश भी होता है. बता दें कि काल भैरव की पूजा मंदिर में करने का विधान है, वहां जाकर भगवान काल भैरव का पूजन करने वालों की अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.
First Published :
February 12, 2025, 12:44 IST