African Kids Are healthiest successful World: बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं. अगर किसी देश के बच्चे हेल्दी होते हैं, तो उसका भविष्य उज्जवल माना जा सकता है. जिन देशों के बच्चे हेल्दी नहीं होते हैं, उनका भविष्य संकट में पड़ सकता है. यही वजह है कि पेरेंट्स से लेकर सरकारें बच्चों की सेहत को लेकर काफी गंभीर नजर आती हैं. हालांकि इसके बावजूद आज के दौर में बच्चों की सेहत काफी बुरी तरह प्रभावित हो रही है. एक हालिया रिसर्च में खुलासा हुआ है कि भारत समेत दुनिया के तमाम बड़े देशों में बच्चों की लाइफस्टाइल से लेकर नींद का सिस्टम बिगड़ रहा है, जो बेहद चिंता का विषय है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक एक हालिया स्टडी में पता चला है कि अफ्रीका के बच्चे दुनिया में सबसे ज्यादा स्वस्थ हैं. एक्सरसाइज, स्लीप और स्क्रीन टाइम जैसे मानकों पर अफ्रीकी बच्चे यूरोपीय देशों के बच्चों को मात दे रहे हैं. इस स्टडी में 33 देशों के डाटा का एनालिसिस किया गया था. शोधकर्ताओं ने 3 से 5 साल के बच्चों में एक्सरसाइज, स्लीप और स्क्रीन समय का आकलन करके डाटा इकट्ठा किया था. एनालिसिस में पता चला कि अफ्रीका में करीब 24 प्रतिशत बच्चे हेल्दी लाइफस्टाइल जी रहे हैं, जबकि यूरोप में यह आंकड़ा 23.5 प्रतिशत है. हालांकि इस मामले में ब्रिटेन के बच्चे फिसड्डी साबित हुए.
इस रिसर्च के अनुसार यूके में केवल 10 प्रतिशत बच्चे ही सही एक्सरसाइज कर रहे हैं और हेल्दी लाइफस्टाइल अपना रहे हैं. यूरोप के बाकी देशों में बच्चों को कंडीशन इस मामले में ब्रिटेन से बेहतर है. यह जानकारी इस बात की ओर इशारा करती है कि बच्चों में एक्टिवनेस कम हो रही है. लाइफस्टाइल के मामले में अमेरिका के बच्चों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है, जहां केवल 8 प्रतिशत बच्चे ही हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो कर रहे हैं. स्क्रीन टाइम में कमी न होने के कारण बच्चों की सेहत पर असर पड़ रहा है. इसकी वजह से बच्चों की फिजिकल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो रही है.
साउथ-ईस्ट एशिया के बच्चों की हालत भी इस मामले में चिंताजनक है, क्योंकि इस क्षेत्र में केवल 9.1 प्रतिशत बच्चे ही स्वास्थ्य संबंधी मानकों को पूरा कर पा रहे हैं. वेस्ट पेसिफिक रीजन के देशों जैसे- ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में यह आंकड़ा 12.4 प्रतिशत है. इस स्टडी में बच्चों के स्वास्थ्य के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मानकों का भी उल्लेख किया गया है. इसके अनुसार बच्चों को प्रतिदिन कम से कम 3 घंटे एक्सरसाइज करनी चाहिए, जिसमें 1 घंटा इंटेंस एक्टिविटीज में बिताना चाहिए. इसके अलावा स्क्रीन टाइम 1 घंटे तक सीमित रखना चाहिए और रोजोना 10 से 13 घंटे की नींद भी जरूरी है.
यह रिसर्च बताती है कि वैश्विक स्तर पर बच्चों की सेहत में सुधार की आवश्यकता है. दुनिया में केवल 14.3 प्रतिशत बच्चे ही तीनों स्वास्थ्य संबंधी मानकों को पूरा कर रहे हैं. खासतौर से लड़कियों का प्रदर्शन और भी चिंताजनक है, जहां केवल 12.8 प्रतिशत लड़कियां ही हेल्दी लाइफस्टाइल को अपना पा रही हैं. इस रिसर्च के शोधकर्ताओं की मानें तो पूरी दुनिया में बच्चों की सेहत को लेकर गंभीरता बरतने की जरूरत है.
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FIRST PUBLISHED :
October 1, 2024, 15:04 IST