Last Updated:February 08, 2025, 16:50 IST
दिल्ली में हार के बाद अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी का फ्यूचर क्या होगा? क्या वे राज्यसभा जाएंगे या फिर पंजाब के मुख्यमंत्री बनना पसंद करेंगे. आज के वक्त ये सवाल काफी अहम हैं.
![केजरीवाल की फ्यूचर पॉलिटिक्स, क्या राज्यसभा जाएंगे, AAP का क्या होगा? केजरीवाल की फ्यूचर पॉलिटिक्स, क्या राज्यसभा जाएंगे, AAP का क्या होगा?](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/arvind-kejriwal-aam-aadmi-party-2025-02-252b8db22f5c92dca0b7a0c2f10ddac3.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
अरविंद केजरीवाल के सामने अब पार्टी को टूट से बचाने की चुनौती होगी.
हाइलाइट्स
- अरविंद केजरीवाल की अग्नि परीक्षा, साख पर ही उठ गए सवाल.
- अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ही रहकर राजनीति करना चाहेंगे.
- केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा में भी जा सकते हैं, पार्टी मजबूत करेंगे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की शिकस्त ने अरविंद केजरीवाल के सामने कई मुसीबतें खड़ी कर दी हैं. सबसे बड़ी बात, जिस राज्य को मॉडल स्टेट बताकर वे पूरे देश में वोट मांग रहे थे, अब उसी पर दिल्ली की जनता ने डंडा चला दिया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि अरविंद केजरीवाल की अब फ्यूचर पॉलिटिक्स क्या होगी? क्या वे राज्यसभा जाएंगे? अब उनके पास विकल्प क्या हैं?
बीजेपी के नेताओं का दावा है कि अरविंद केजरीवाल अब पंजाब जा सकते हैं और भगवंत मान को हटाकर वहां सीएम बन जाएंगे. हालांकि, एक्सपर्ट के मुताबिक- इसकी संभावना काफी कम दिखती है. केजरीवाल दिल्ली में ही रहकर राजनीति करना चाहेंगे. यहां से वे पार्टी के विस्तार पर फोकस कर सकते हैं. किसी पद में नहीं बंधे होने से उनके पास वक्त भी काफी होगा, जिसमें वे कार्यकर्ताओं को बूस्ट कर पाएंगे.
क्या राज्यसभा जाएंगे
दूसरा एक दावा किया जा रहा है कि वे राज्यसभा जा सकते हैं. दिल्ली से ऐसा फिलहाल संभव नहीं है, क्योंकि यहां राज्यसभा की दो सीटें हैं. एक सीट स्वाति मालीवाल के पास है और दूसरी सीट एनडी गुप्ता के पास है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा जा सकते हैं. क्योंकि वहां राज्यसभा की सीटें भी ज्यादा हैं और जीतने के लिए आम आदमी पार्टी के पास पर्याप्त विधायक भी हैं, जो उनकी जीत को आसान बना देंगे.
खास पर सवाल
आम आदमी पार्टी अगर खड़ी हुई थी, तो उसके पीछे अरविंद केजरीवाल की साख थी. एक मजबूत लीडरशिप थी. कट्टर ईमानदारी, कट्टर देशभक्ति और इंसानियत को अपनी विचारधारा बताने वाले अरविंद केजरीवाल ने इसी के दम पर दिल्ली से लेकर पंजाब तक राज किया. गुजरात में भी ताकत बढ़ाई. लेकिन अब इसी पर सवाल है. शराब घोटाले से उनकी छवि को धक्का पहुंचा है. मॉडल स्टेट का सपना चकनाचूर हो गया है. वे खुद अपनी सीट हार गए हैं. अब उनके सामने बड़ी चुनौती पंजाब, गोवा, गुजरात से लेकर अन्य राज्यों तक पार्टी को एकजुट बनाए रखने की बड़ी चुनौती होगी.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 08, 2025, 16:49 IST