नई दिल्ली. कैलाश पर्वत यात्रा आज से शुरू हो रही है, श्रद्धालु पिथौरागढ़ से सीधा गुंजी पहुंचकर कैलाश पवर्त के दर्शन कर सकेंगे. हालांकि ये यात्रा हेलीकॉप्टर से होगी लेकिन जल्द ही श्रद्धालु गुंजी तक सड़क मार्ग से जा सकेंगे. सड़क परिवहन मंत्रालय धारचूला से गुंजी तक नेशनल हाईवे को दो लेन का करने जा रहा है, इसका काम भी आवार्ड कर दिया गया है. जमीनी स्तर पर काम अगले साल मार्च तक शुरू हो जाएगा. इसके निर्माण की डेडलाइन भी तय कर दी गयी है.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कैलाश पर्वत दर्शन के लिए 348 करोड़ की लागत से 58 किमी. लंबे नेशलन हाईवे का निर्माण करा रहा है. दो लेन का नेशनल हाईवे धारचूला से गुंजी तक बनेगा. हाल ही में इसका काम भी आवार्ड हो चुका है. काम आवार्ड होने के बाद छह माह में काम शुरू करना होता है. इस तरह निर्माण का काम अगले वर्ष मार्च तक शुरू होने की संभावना है.
श्रद्धालुओं को होगा यह फायदा
अभी धारचूला से गुंजी जाने के लिए मोटरेबल रोड नहीं है, श्रद्धालुओ को ट्रैकिंग करते हुए पहुंचना पड़ता है. नेशनल हाईवे के तैयार होने के बाद श्रद्धालु धारचूला से सड़क मार्ग से सीधा गुंजी तक जा सकेंगे. इसके अलावा इससे चीन बॉर्डर तक कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. इस हाईवे के बनने के बाद यहां पर सामाजिक एवं आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
गांव से पलायन रुकेगा
अभी गुंजी और आसपास के गांवों के लोग सर्दी शुरू होते ही यानी अक्तूबर तक गांव छोड़ देते हैं और अप्रैल में वापस लौटते हैं. ये लोग नीचे आकर छोटा-मोटा काम कर गुजारा करते हैं. लेकिन मोटरेबल रोड बनने के बाद गांवों से आवागमन आसान हो जाएगा, इलाके में रोजगार बढ़ेंगे और इस वजह से लोग गांव से पलायन नहीं करेंगे, वहीं रुकेंगे.
80000 रुपये यात्रा का कुल किराया
कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) द्वारा कैलाश यात्रा शुरू कराई गयी है. यात्रा चार दिन की होगी. जिसका कुल किराया प्रति व्यक्ति 80,000 रुपये तय किया गया है. इस पैकेज में पिथौरागढ़ से गुंजी तक हेलीकॉप्टर और जीप का किराया, ठहरने, खाने का खर्च शामिल है. श्रद्धालुओं को पिथौरागढ़ जिले में स्थित ओल्ड लिपुलेख दर्रे पर बनाए गए व्यू पॉइंट से कैलाश पर्वत के दर्शन कराए जाएंगे.
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FIRST PUBLISHED :
October 1, 2024, 09:17 IST