Last Updated:January 30, 2025, 13:23 IST
What is Dark Oxygen: प्रशांत महासागर में वैज्ञानिकों ने खोज की है कि कुछ पत्थर बिना सूर्य के प्रकाश के ऑक्सीजन उत्पन्न कर रहे हैं, जिसे 'डार्क ऑक्सीजन' कहा जा रहा है. यह खोज विज्ञान की पुरानी मान्यताओं को चुनौत...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर में 'डार्क ऑक्सीजन' की खोज की.
- डार्क ऑक्सीजन बिना सूर्य के प्रकाश के उत्पन्न होती है.
- यह खोज विज्ञान की पुरानी मान्यताओं को चुनौती देती है.
नई दिल्ली: साइंस की दुनिया में हर दिन खोज होते रहता है. महासागर रहस्यों से भरा हुआ है. इस रहस्यों को समझने के लिए वैज्ञानिक अपना दिमाग लगाते हैं और रिसर्च करते हैं. प्रकृति के अंदर इतने खजाने छिपे हैं जो हमेशा से इंसानों को हैरान करते आ रहे हैं. हाल ही में प्रशांत महासागर के अंदर एक ऐसी घटना घटी है जिससे वैज्ञानिक भी हैरान रह गए हैं. समंदर के अंदर कुछ पत्थर ऐसे काम कर रहे हैं जो चौंकाने वाली है.
वैज्ञानिकों ने खोज की है कि समंदर के अंदर की अंधीर दुनिया में कुछ पत्थर ऑक्सीजन का निर्माण कर रही हैं. वैज्ञानिकों ने इस निर्माण को ‘डार्क ऑक्सीजन’ का निर्माण बताया है. अभी तक यही मान्यता रही है कि ऑक्सीजन का निर्माण सिर्फ और सिर्फ प्रकाश संश्लेषण के जरिए दिन में सूरज की रोशनी में ही होता है. लेकिन इस खोज के बाद अब साइंस की दुनिया में पुरानी मान्यताएं टूट जाएंगी.
क्या होता डार्क ऑक्सीजन?
डार्क ऑक्सीजन वह ऑक्सीजन है जो बिना सूर्य के प्रकाश के गहरे समुद्र में उत्पन्न होती है. यह समुद्र तल पर दुर्लभ धातु पिंडों की खारे पानी के साथ प्रतिक्रिया से बनती है. ऑक्सीजन का उत्पादन विभिन्न प्रकार की अजैविक और जैविक प्रक्रियाओं के माध्यम से होता है और यह अंधेरे, एनोक्सिक वातावरण में एरोबिक चयापचय का समर्थन कर सकता है.
यह खोज क्यों महत्वपूर्ण है?
अब तक, यह माना जाता था कि ऑक्सीजन केवल प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से बनाई जाती है, एक ऐसी प्रक्रिया जिसके लिए सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है. समुद्री प्लवक (Haloplankton), बहते हुए पौधे, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया समुद्र में ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए जिम्मेदार प्राथमिक तत्व हैं. ये सभी जीव प्रकाश संश्लेषण करने में सक्षम हैं.
ऐसी गहराई पर ऑक्सीजन का उत्पादन असंभव माना जाता है क्योंकि पौधों को प्रकाश संश्लेषण करने के लिए पर्याप्त सूर्य का प्रकाश नहीं मिलता है. हालांकि, इस मामले में, पौधों द्वारा ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं किया जा रहा है. ऑक्सीजन पॉलीमेटेलिक नोड्यूल से निकलती है जो कोयले के ढेर के समान होती है. मैंगनीज, लोहा, कोबाल्ट, निकल, तांबा और लिथियम जैसी धातुओं से बने ये नोड्यूल प्रकाश की अनुपस्थिति में भी विद्युत रासायनिक गतिविधि के माध्यम से ऑक्सीजन उत्पन्न कर सकते हैं.
वे H2O अणुओं को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित कर रहे हैं.
First Published :
January 30, 2025, 13:23 IST