हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस बीच सोशल मीडि ...अधिक पढ़ें
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- Last Updated : September 28, 2024, 22:28 IST
लेबनान के आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत से ईरान की कमर टूट गई है. नसरल्लाह ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई का एक सबसे करीबी सहयोगी था. इससे पहले इजरायल ने इराक के भीतर किए गए एक हमले में 2020 में खामेनेई के एक दूसरे करीबी कासिम सोलेमानी को मार गिराया था. ये तीनों सीधे तौर इजरायल को चुनौती दे रहे थे. सोलेमानी और अब नसरल्लाह की मौत पर ईरान का सुप्रीम लीडर इजराइल के निशाने पर है.
सोलेमानी 64 साल का था. वह 2006 में इजराइल के खिलाफ हिजबुल्लाह के युद्ध का नेतृत्व कर रहा था. नसरल्लाह की मौत के बाद ईरानी के सुप्रीम लीडर की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. उनको बेहद सुरक्षित स्थान पर रखा गया है.
इस बीच खामेनेई के साथ सोलेमानी और नसरल्लाह की एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में ये तीनों एक साथ दिख रहे हैं. इस पर तमाम यूजर्स कॉमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि टू डाउन वन टू गो. यानी दो मारे जा चुके हैं, एक को मरना है. एक यूजर ने लिखा है- मोसाद प्लीज यूनाइट देम. यानी मोसाद इन तीनों को साथ मिला दो. मोसाद इजरायली खुफिया एजेंसी है.
कहा जा रहा है कि यह तस्वीर इजराइल के विदेश मंत्रालय ने जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अब केवल खामेनेई बच गया है. नसरल्लाह और सोलेमानी को खत्म किया जा चुका है.
नसरल्लाह ने 1992 में इजराइली मिसाइल हमले में अपने पूर्ववर्ती की मौत के बाद हिजबुल्लाह की कमान संभाली थी और तीन दशक तक संगठन का नेतृत्व किया. उसके नेतृत्व संभालने के पांच साल बाद अमेरिका ने हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था.
लेबनान के विभिन्न हिस्सों में हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके कर मुख्य रूप से हिजबुल्लाह के सदस्यों को निशाना बनाया गया, जिनमें 39 लोगों की मौत हो गयी थी और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए थे. लेबनान ने इसके लिये इजराइल को दोषी ठहराया, लेकिन इजराइल ने न जिम्मेदारी ली न ही इसका खंडन किया. नसरल्लाह ने जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया था.
FIRST PUBLISHED :
September 28, 2024, 22:28 IST