गन्ने की कटाई के बाद खेतों में डाल दें चीज, देशी घी बन जाएंगी पत्तियां

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Agency:News18 Uttar Pradesh

Last Updated:February 11, 2025, 19:31 IST

Ganne ki patron ka nistaran : गन्ने की कटाई के बाद अगर उसके पत्तों का निस्तारण जलाने के बजाय सही तरीके से किया जाए तो उस खेत की मिट्टी अधिक उपजाऊ हो जाती है. इससे अगली फसल में कम लागत आएगी.

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गन्ने

गन्ने की कटाई 

हाइलाइट्स

  • गन्ने की कटाई के बाद पत्तियों को जलाना गैरकानूनी.
  • .गन्ने की पत्तियों को छोटे टुकड़ों में काटें.
  • ऑर्गेनो डी-कंपोजर और गोबर खाद मिलाकर खेत में डालें.

शाहजहांपुर. फरवरी का महीना चल रहा है और किसान भाई गन्ने की कटाई में जुटे हैं. ज्यादातर किसान गन्ने कीकटाई कर खेत को खाली कर चुके हैं. कटाई के बाद खेत में बचा हुआ फसल अवशेष यानी उसके पत्तों का निस्तारण किया जाना जरूरी है. किसान इसे एक बड़ी समस्या के रूप में देखते हैं. लेकिन अगर इसका निस्तारण बेहतर तरीके से कर दिया जाए तो ये मिट्टी के लिए देसी घी से कम नहीं है.

उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव कुमार पाठक कहते हैं कि गन्ने की कटाई के बाद बचने वाली पताई को जलाना नहीं चाहिए. पताई को जलाना गैरकानूनी भी है. अगर किसान गन्ने की पताई का खेत में ही बेहतर तरीके से निस्तारण कर दें तो ये मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को बढ़ा देगा. इससे मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा बढ़ेगी, जिससे मिट्टी से ज्यादा उत्पादन मिलेगा. इतना ही नहीं किसानों को अगली फसल में कम लागत लगानी होगी.

इस विधि से करें निस्तारण

गन्ने की पताई का निस्तारण करना आसान है. किसान भाई गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में समान रूप से फैला दें. ध्यान रखें कि गन्ने की पत्तियों की परत 7 से 8 सेंटीमीटर से ज्यादा मोटी न हो पाए. उसके बाद मल्चर विधि से इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दें. इससे पत्तियां के टुकड़े तो छोटे होंगे ही गन्ने के ऊंचे ठूंठ भी कटकर सतह के बराबर हो जाएंगे.

कटाई के बाद करें सिंचाई

पत्तियों को छोटे टुकड़ों में काटने के बाद खेत में सिंचाई कर दें. सिंचाई करने के तुरंत बाद 4 किलोग्राम ऑर्गेनो डी-कंपोजर को 3 क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद में मिलाकर एक एकड़ खेत में डाल दें. ऐसा करने से गन्ने की पत्तियां तेजी के साथ खाद में तब्दील हो जाएंगी. इससे मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा बढ़ेगी. मिट्टी की जल्द धारण क्षमता में इजाफा होगा. किसानों को अगली फसल में कम से कम लागत लगानी पड़ेगी.

Location :

Shahjahanpur,Uttar Pradesh

First Published :

February 11, 2025, 19:31 IST

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गन्ने की कटाई के बाद खेतों में डाल दें चीज, देशी घी बन जाएंगी पत्तियां

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