Last Updated:February 04, 2025, 21:20 IST
पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने का काम उनकी सरकार ने किया है।
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी ने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया.
- तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्ति की आवश्यकता.
- हर योजना का शत प्रतिशत लाभ हर लाभार्थी को मिले.
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों पर जमकर जवाबी हमला बोला है. पीएम मोदी ने कहा कि जाति की बातें करना कुछ लोगों का फैशन बन गया है. पिछले 30 साल से सदन में आने वाले ओबीसी समाज के सांसद दलों के भेदभाव से ऊपर उठकर एक होकर मांग कर रहे थे कि ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया जाए. जिन लोगों को आज जातिवाद में मलाई दिखती है, उन लोगों को उस समय ओबीसी की याद नहीं आई. हमने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया. हमारा निरंतर प्रयास है कि हर योजना का शत प्रतिशत लाभ हर लाभार्थी को मिले. पीएम मोदी ने कहा कि लेकिन कुछ लोगों ने मॉडल ही ऐसा बनाया था कि कुछ ही लोगों को दो औरों को तड़पाओ और तुष्टिकरण की राजनीति करो. देश को विकसित बनाने के लिए तुष्टिकरण से मुक्ति पानी होगी. हमने रास्ता चुना है- संतुष्टिकरण का. उनके भाषण की 10 बड़ी बातें ये हैं:
हमने गरीब को झूठे नारे नहीं, सच्चा विकास दिया है. गरीब का दुख, सामान्य मानवी की तकलीफ, मिडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कुछ लोगों में ये है ही नहीं.
फूस की और प्लास्टिक की कच्ची छत के नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. कुछ ऐसे पल भी होते हैं, जब सपने रौंद दिए जाते हैं और ये हर कोई नहीं समझ सकता है. अब तक गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर मिले हैं. जिसने उस जिंदगी को जिया है, उसे समझ होती है कि पक्की छत वाला घर क्या होता है.
जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी. मैं उनका गुस्सा समझ सकता हूं.
हमने जनधन, आधार, मोबाइल की JAM Trinity बनाई और डायरेक्ट ट्रांसफर करना शुरू किया. हमारे कार्यकाल में हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता-जनार्दन के खाते में जमा किया.
हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे, जिन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है, तो गांव तक सिर्फ 15 पैसा ही पहुंचता है. उस समय, पंचायत से पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था. देश ने हमें अवसर दिया, हमने समाधान खोजने का प्रयास किया। हमारा मॉडल है- बचत भी विकास भी, जनता का पैसा, जनता के लिए.
पहले अखबारों की हेडलाइन हुआ करती थी- इतने लाख के घोटाले... 10 साल हो गए, घोटाले न होने से देश के लाखों करोड़ रुपये बचे हैं, जो जनता जनार्दन की सेवा में लगे हैं. हमने जो अलग-अलग कदम उठाए, उनसे लाखों-करोड़ रुपये की बचत हुई, लेकिन उन पैसों का उपयोग हमने 'शीशमहल' बनाने के लिए नहीं किया, उन पैसों का उपयोग हमने देश बनाने के लिए किया है.
WHO की एक रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक नल से शुद्ध जल मिलने के कारण, उन परिवारों में जो अन्य बीमारियों पर खर्चे होते थे, औसत 40 हजार रुपया परिवार का बचा है. ऐसी अनेक योजनाएं हैं, जिसने सामान्य मानवी के खर्च में बचत की है.
हम लगातार युवा भविष्य को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ दल हैं, जो युवाओं को धोखा दे रहे हैं. ये दल, चुनाव के दौरान वादा तो करते हैं, लेकिन पूरा नहीं करते हैं. ये दल, युवाओं के भविष्य पर आप-दा बनकर गिरे हुए हैं.
हम संविधान की भावना को लेकर चलते हैं, हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं. हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाते हैं. जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
सात दशक तक जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को संविधान के अधिकारों को अलग रखा गया. ये संविधान के साथ भी अन्याय था और जम्मू-कश्मीर-लद्दाख के साथ भी अन्याय था. हमने अनुच्छेद 370 की दीवार गिरा दी. अब जम्मू-कश्मीर-लद्दाख को देशवासियों को जो अधिकार हैं, वो अधिकर उन्हें मिल रहे हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 21:20 IST