Last Updated:February 05, 2025, 06:08 IST
Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़ देना चाहिए. उनकी इस बात से इजरायल खुश है लेकिन फिलिस्तीन और हमास नाराज हैं. नेतन्याहू के साथ ट्रंप की बातचीत से तनाव बढ़ सकता है.
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने फिलिस्तीनियों को गाजा छोड़ने का सुझाव दिया.
- नेतन्याहू के साथ ट्रंप की बातचीत से तनाव बढ़ सकता है.
- हमास और फिलिस्तीनियों ने ट्रंप के बयान पर नाराजगी जताई.
नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप जब अमरिका के राष्ट्रपति बने तब लगा चीजें बदलेंगी. दुनिया में युद्ध से हायतौबा करेगी. इजरायल और हमास के बीच जंग खत्म होगी. यूक्रेन और रूस भी शांति समझौता कर लेंगे. मगर डोनाल्ड ट्रंप के तेवर से ऐसा होता नहीं दिख रहा है. भले ही हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम समझौता हो गया. भले ही जेलेंस्की पुतिन से डायरेक्ट बात करने को तैयार हो गए. मगर ये जंगें कब खत्म होंगी, कोई नहीं कह सकता. इस बीच हमास-इजरायल मसले पर डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसी बात कही है, जो फिलिस्तीनियों को खल जाएगी. जी हां, डोनाल्ड ट्रंप तो बाइडन से भी फायर निकले. उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि फिलिस्तीनियों के पास गाजा छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
सीएनएन के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि गाजा में फिलिस्तीनियों का कोई परमानेंट फ्यूचर है. उनका कहना था कि युद्धग्रस्त क्षेत्र रहने लायक नहीं है और वहां के निवासियों के पास हमेशा के लिए वहां से चले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. ट्रंप ने सुझाव दिया कि गाजा के लोग अपने घर की बजाय मध्य पूर्व के एक या एक से अधिक देशों द्वारा मुहैया कराई गई किसी नई जगह पर चले जाएं. डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीन पर यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू उनसे मिलने अमेरिका पहुंचे हैं.
गाजा छोड़ दे फिलिस्तीनी
ओवल ऑफिस में बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत से कुछ देर पहले ट्रंप ने कहा, ‘मेरा मतलब है कि वे वहां इसलिए हैं क्योंकि उनके पास और कोई विकल्प नहीं है. उनके पास है क्या? अभी तो वह मलबे का ढेर है.गाजा पट्टी को स्थायी रूप से छोड़ने के डोनाल्ड ट्रंप के सुझाव को एक भड़काऊ रुख माना जा रहा है. उनके इस बयान से फिर युद्ध के भड़कने की आशंका है.इसकी वजह है कि ट्रंप का बयान इजरायल को तो जरूर पसंद आएगा, मगर फिलिस्तीन और हमास को बिल्कुल स्वीकार्य नहीं होगा. फिलिस्तीन और इजरायल के पड़ोसी इन देशों ने पहले ही कह दिया है कि वे गाजा पट्टी से आए नए फिलिस्तीनी शरणार्थियों को स्वीकार नहीं करेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या-क्या कहा
मंगलवार को ट्रंप ने इस मामले को मानवीय मुद्दा बताया. कहा कि यह विश्वास करना नामुमकिन है कि कोई भी युद्धग्रस्त क्षेत्र में रहना चाहेगा. एक रिपोर्टर के इस सवाल, ‘क्योंकि वो उनका घर है’ को नजरअंदाज़ करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘वे वहां क्यों रहना चाहेंगे? वो जगह तो नर्क बन चुकी है. उन्होंने सुझाव दिया कि गाजा की बजाय फिलिस्तीनियों को रहने के लिए ज़मीन का एक अच्छा, नया और खूबसूरत टुकड़ा दिया जाए. हालांक, उन्होंने जगह का जिक्र नहीं किया. लेकिन बार-बार पूछे जाने पर ट्रंप ने साफ कर दिया कि वे ऐसी दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते जहां फिलिस्तीनी कभी गाजा वापस लौट सकें.
ट्रंप की बात सुन मुस्कुरा रहे थे नेतन्याहू
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि लोगों को गाजा वापस जाना चाहिए. मुझे लगता है कि गाजा उनके लिए बहुत बदकिस्मत रहा है.गाजा लोगों के रहने की जगह नहीं है. दिलचस्प है कि ओवल ऑफिस में ट्रंप के साथ उस वक्त बेंजामिन नेतन्याहू भी बैठे थे और खुश हो रहे थे. जब ट्रंप यह सब बोल रहे थे, तब नेतन्याहू मुस्कुरा रहे थे. घरेलू स्तर पर अलग-अलग तरह के दबावों का सामना कर रहे नेतन्याहू यह पता लगाने के लिए वाशिंगटन में हैं कि गाजा में युद्धविराम के अगले चरण पर ट्रंप का क्या रुख है. इतना ही नहीं, नेतन्याहू ने ओवल दफ्तर में डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ भी की.
हमास को रास नहीं आएगा सुझाव
डोनाल्ड ट्रंप और बेंजामिन नेतन्याहू की इस मुलाकात और ट्रंप की बात से फिलिस्तीनियों और हमास के नेताओं को मिर्ची जरूर लगेगी. उन्हें ट्रंप का सुझाव जरा भी पसंद नहीं आएगा. अगर गाजा छोड़ना ही होता तो इतने कत्लेआम की जरूरत ही नहीं होती. ट्रंप का बयान ऐसे वक्त में है, जब इजरायल और हमास पहले चरण के युद्ध समझौते को लागू कर रहे हैं. दोनों तरफ से बंधकों की रिहाई हो रही है. अब आगे क्या होगा, इस पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है. फिलहाल, संकेतों से लग नहीं रहा कि आगे युद्ध विराम जारी रहेगा.
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
February 05, 2025, 06:08 IST