Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 17:03 IST
Chane ki Kheti mein Nuksan: चना रबी सीजन में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में से एक है. मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों सहित खरगोन में बड़ी संख्या में किसान देशी और डॉलर चना की खेती करते हैं.
चना
हाइलाइट्स
- चने की फसल में अधिक पानी देने से उग्रा रोग फैलता है.
- पहली सिंचाई 30-35 दिन बाद और दूसरी 70-75 दिन बाद करें.
- फूल और घेटा बनने की अवस्था में सिंचाई न करें.
दीपक पांडेय, खरगोन: रबी सीजन में चना मध्य प्रदेश सहित खरगोन जिले की प्रमुख फसल है, लेकिन हाल के दिनों में किसानों को ‘उग्रा’ नामक खतरनाक रोग का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक पानी देने से यह रोग तेजी से फैलता है, जिससे हरे-भरे पौधे भी अचानक सूख जाते हैं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
क्या है उग्रा रोग और कब होता है इसका प्रकोप?
खरगोन कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी के अनुसार, फसल की बुआई के 70-75 दिन बाद जब घेटे बनने लगते हैं, तब यह रोग अधिक फैलता है. यह फसल के लिए बेहद खतरनाक होता है और समय पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पूरी फसल बर्बाद हो सकती है.
उग्रा रोग के लक्षण:
. बिना पीला पड़े ही पौधा अचानक सूखने लगता है
. फसल में घेटे बनने के समय सबसे ज्यादा असर दिखता है
. अधिक पानी देने से यह रोग और तेजी से फैलता है
उग्रा रोग से बचने के लिए सिंचाई कैसे करें?
. किसानों को चने की फसल में अधिक पानी देने से बचना चाहिए.
. पहली सिंचाई 30-35 दिन बाद करें
. दूसरी सिंचाई 70-75 दिन बाद करें
. फूल और घेटा बनने की अवस्था में सिंचाई बिल्कुल न करें, वरना उग्रा रोग का प्रकोप बढ़ सकता है
कैसे करें उग्रा रोग का नियंत्रण?
. यूरिया का ट्रॉप ड्रेसिंग (टॉप ड्रेसिंग) खड़ी फसल में न करें
. मेटालेक्जिल और मैनकोज़ेब (30 ग्राम प्रति पंप) का छिड़काव करें
. दवाई का छिड़काव ड्रेसिंग पद्धति से करें, ताकि फसल को अधिक नुकसान न हो
सही तकनीक अपनाएं, चना फसल बचाएं!
किसानों को उग्रा रोग से बचाव के लिए सिंचाई और दवाइयों का सही उपयोग करना जरूरी है. वैज्ञानिकों की सलाह मानकर और सही समय पर छिड़काव व पानी प्रबंधन करके इस रोग से फसल को सुरक्षित रखा जा सकता है.
Location :
Khargone,Madhya Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 17:03 IST
चना किसान सावधान! सिंचाई की ये गलती बर्बाद कर देगी पूरी फसल, तुरंत करें उपाय