डॉ राजेंद्र प्रसाद जी आठवीं तक की पढ़ाई छपरा के जिला स्कूल में किए थे
विशाल कुमार/ छपरा: छपरा का जिला स्कूल न केवल एक शैक्षणिक संस्थान है, बल्कि भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की शिक्षा और प्रेरणा का अहम केंद्र भी रहा है. डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रारंभिक शिक्षा उनके पैतृक गांव जीरादेई (सिवान जिला) में हुई थी. बाद में, उन्हें स्कूली शिक्षा के लिए छपरा के जिला स्कूल में दाखिल कराया गया, जहां उन्होंने आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की.
डॉ. राजेंद्र प्रसाद की स्मृतियों को संरक्षित करता स्कूल
इस ऐतिहासिक विद्यालय में आज भी डॉ. राजेंद्र प्रसाद से जुड़ी कई धरोहरें संरक्षित हैं. स्कूल परिसर में उनके नाम पर राजेंद्र वाटिका और राजेंद्र पार्क का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही, स्कूल के पुराने भवन, जिसे अंग्रेजों के जमाने में बनाया गया था, उसको भी संजोकर रखा गया है. विद्यालय के प्रवेश द्वार पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद की एक भव्य प्रतिमा स्थापित है, जिसे विशेष अवसरों पर विद्यालय के शिक्षक, छात्र और गणमान्य व्यक्ति सम्मानपूर्वक स्मरण करते हैं.
प्रधानाध्यापिका की बातें: डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिभा और प्रेरणा
लोकल18 से बातचीत करते हुए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद पढ़ाई में बचपन से ही अत्यंत कुशाग्र थे. उनका जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सिवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था. वे हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी सहित सभी विषयों में निपुण थे. उनके अध्ययन के लिए विशेष रूप से एक शिक्षक को नियुक्त किया गया था, जो घर पर आकर उन्हें पढ़ाते थे.
डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने आठवीं कक्षा तक की शिक्षा इसी छपरा जिला स्कूल से प्राप्त की. इसके बाद, उन्होंने पटना हाई स्कूल में दाखिला लिया और अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की. उनकी परीक्षाओं में लिखी गई उत्तरपुस्तिकाएं इतनी उत्कृष्ट थीं कि परीक्षक ने टिप्पणी की, एग्जामिनी इज बेटर दैन एग्जामिनर. यह उत्तरपुस्तिका आज भी पटना संग्रहालय में संरक्षित है.
दूर-दूर से आते हैं छात्र, गुणवत्ता शिक्षा का केंद्र
प्रधानाध्यापिका ने बताया कि जिला स्कूल समय के साथ आधुनिक हो चुका है. यहां कंप्यूटर शिक्षा सहित हर विषय के लिए अनुभवी शिक्षक उपलब्ध हैं. विद्यालय की उन्नति के बावजूद, इसका ऐतिहासिक ढांचा आज भी वैसा ही है जैसा डॉ. राजेंद्र प्रसाद के समय में था. विद्यालय की ख्याति ऐसी है कि दूर-दराज से छात्र यहां पढ़ाई के लिए आते हैं.
शिक्षकों के लिए गर्व का विषय
प्रधानाध्यापिका ने कहा, हम सभी को गर्व है कि हमें उस विद्यालय में सेवा देने का अवसर मिला, जहां भारत के पहले राष्ट्रपति ने शिक्षा प्राप्त की. जब कोई हमें यह याद दिलाता है कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने यहीं पढ़ाई की थी, तो हमें न केवल खुशी होती है, बल्कि यह हमें और बेहतर काम करने की ऊर्जा भी देता है.
समृद्ध धरोहर का प्रतीक
छपरा जिला स्कूल न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रेरणादायक जीवन की महत्वपूर्ण धरोहर भी है. यहां के शिक्षक और छात्र इस परंपरा को गर्व और सम्मान के साथ आगे बढ़ा रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 28, 2024, 19:54 IST