Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 05, 2025, 15:08 IST
Rahul gandhi News: राहुल गांधी ने एक बार फिर बिहार की नीतीश सरकार की कराई गई जातिगत गणना रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर राष्ट्रीय जनता दल को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. बता दें कि जब जातिगत जनगणना कराई गई थी तब आरजे...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बिहार जातिगत गणना रिपोर्ट पर सवाल उठाए.
- बिहार की जाति गणना में गड़बड़ी को लेकर तेजस्वी यादव को मुश्किल स्थिति में डाला.
- राहुल गांधी ने पटना में आयोजित जगलाल चौधरी जयंती समारोह सभा को संबोधित किया.
पटना. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार की जाति गणना रिपोर्ट को लेकर पर फिर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने उन्होंने कहा कि बिहार की जाति गणना नहीं देखें, बल्कि जातीय भागीदारी का सच जानना है तो तेलंगाना में हुई जातिगत गणना देखें. बिहार के भूतपूर्व मंत्री और दलित नेता जगलाल चौधरी की 130वीं जयंती पर कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर भी बड़ा हमला बोला और देश में दलितों आदिवासियों और पिछड़ों के सभी संस्थाओं में आबादी के अनुपात में काम भागीदारी होने का दावा किया. पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित जगलाल चौधरी जयंती कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ आरएसएस-बीजेपी और दूसरी तरफ अंबेडकर-जगलाल चौधरी की लड़ाई चल रही है. दलितों के दर्द और जो दुख थे, वही आवाज अंबेडकर और जगलाल चौधरी जी के मुंह से निकलती थी. राहुल गांधी ने भाषण शुरू होते ही जगलाल चौधरी का नाम गलत लिया. राहुल गांधी ने जगलाल चौधरी की जगह जगत चौधरी बोल दिया. हालांकि इस दौरान कई बार जगत चौधरी बोलने के बाद पीछे से लोगों ने आवाज लगाई औरलोगों के कहने के बाद राहुल गांधी ने नाम सुधार कर बोला.
राहुल गांधी ने कहा कि, हिंदुस्तान का जो सिस्टम है उसमें आपकी भागीदारी कितनी है, जितनी भी संस्थाएं हैं उसमें दलितों की भागीदारी कितनी है, यह देखना जरूरी है. लोग कहते हैं कि दलितों को रिप्रेजेंटेशन मिला पर बिना अधिकार दिए क्या मतलब है इसका. राहुल गांधी ने कहा कि किसी को मंच पर जगह दे देने का क्या मतलब, मंत्री दलित को बना दिया और ओएसडी आरएसएस का बना दिया. केंद्र सरकार पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी कहते हैं प्रतिनिधित्व दिया पर अधिकार नहीं दिया. मीडिया में जितने बड़े पद हैं उसमें दलित कहां हैं. राहुल गांधी ने कहा कि इतिहास की किताबों में दलितों के बारे में चंद लाइन लिखी है, क्या दलित का कोई इतिहास नहीं है. दो लाइन से आपका दर्द बंट जाएगा क्या.
राहुल गांधी ने कहानी के जरिए भी अपनी बात कही, उन्होंने सुनाया कि अमेरिका में परीक्षा होती थी तो गोरे लोगों का परफॉर्मेंस बेहतर होता था और काले लोगों का परफॉर्मेंस खराब होता था. लोग कहते थे गोरे लोग ज्यादा होशियार हैं. एक शिक्षक ने बदलाव किया और सवाल अफ्रीकन से सेट करवाया. परीक्षा में सारे गोरे फेल हो गए. दलित का इतिहास क्या दलित लिख रहा है. पीएम मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपए पूंजीपतियों के माफ किये, इसमें एक भी नाम दलितों और पिछड़ों के नहीं हैं. सभी संस्थाओं के मैनेजमेंट में एक भी दलित और आदिवासी के नाम नहीं मिलेंगे. अरबपति देश में जीएसटी नहीं देते सिर्फ गरीब जीएसटी देते हैं. राहुल गांधी ने कहा, पूरा पर पैसा दलितों के जब से ट्रांसफर हो रहा है और उनकी (पूंजीपतियों) जेब में जा रहा है.
कांग्रेस नेता ने कहा, हिंदुस्तान के 90% ऑफिसर देश का बजट बनाते हैं. बजट का हर पैसा 90 लोग बांटते हैं. 90 में सिर्फ तीन ऑफिसर दलित हैं, वह भी छोटे विभाग के हैं. 100 रुपये के बजट में दलित सिर्फ 1 रुपये का फैसला लेता है. राहुल गांधी ने कहा कि दलित आदिवासी पिछड़ा सब की भागीदारी बजट में 6 रुपया 10 पैसा की भागीदारी है, उससे भी छीनी जा रही है. इसमें बदलाव के लिए पता लगाना होगा कि किसकी कितनी आबादी है. राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की मांग उठाई और कहा कि बिहार वाला जातीय गणना की बात नहीं कर रहा, जातीय जनगणना देखना है तो तेलंगाना वाला देख लें.
राहुल गांधी ने कहा जातीय गणना के बाद देखना होगा कि कहां किसकी भागीदारी है, किस वर्ग की भागीदारी किन संस्थानों में है. उसके बाद इसे ठीक करना होगा. जब बीमारी होती है तो प्राइवेट अस्पताल जाना होता है, सभी प्राइवेट अस्पताल पूंजीपतियों के हैं. किसी भी प्राइवेट अस्पताल में मलिक दलित है तो बताइए. कोई भी दलित और पिछड़ों का नाम नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि कल सदन में पीएम मोदी ने मेरे सवालों का डेढ़ घंटा जवाब दिया पर पीएम ने जातीय गणना की बात नहीं कही. पीएम मोदी और अमित शाह जाति गणना नहीं चाहते. मैं सिर्फ दिखाना चाहता हूं की असली भागीदारी कितनी है, असली आंकड़ा आते ही हकीकत सामने आ जाएगी. उसके बाद देश में असली विकास शुरू होगा.
राहुल गांधी ने कहा दिल्ली का चुनाव जरूरी है पर आज की सभा भी ज्यादा जरूरी थी. दलितों और पिछड़ों को सिर्फ संविधान बचा सकता है. राहुल गांधी ने हाथ में संविधान दिखाकर संदेश दिया और कहा कि आरएसएस और बीजेपी संविधान को उसके सामने माथा टेकते हैं. पीछे से खत्म करने की साजिश कर रहे हैं अंबेडकर के सामने हाथ जोड़ते हैं, पर इसके बारे में अंबेडकर ने जान दी उसे खत्म कर रहे. दलितों का स्कॉलरशिप खत्म कर देते हैं. राहुल रोहित बेमुला को मार देते हैं पर अंबेडकर के सामने हाथ जोड़ते हैं. मैं चाहता हूं कि लीडरशिप लेवल पर दलित आएं और देश के टॉप टेन कंपनी के सीईओ दलित हो यह देखना चाहता हूं.
First Published :
February 05, 2025, 15:08 IST