Last Updated:January 31, 2025, 08:25 IST
Jaya Ekadashi 2025 Date: जया एकादशी व्रत फरवरी की पहली एकादशी है. माघ शुक्ल एकादशी तिथि को जया एकादशी व्रत रखा जाता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि जया एकादशी व्रत कब है? जया...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- जया एकादशी व्रत माघ शुक्ल एकादशी को है.
- व्रत से पितरों को भूत-पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है.
- इस बार जया एकादशी के दिन रवि योग बन रहा है.
जया एकादशी व्रत माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. जया एकादशी व्रत फरवरी की पहली एकादशी है. इस दिन व्रत रखकर श्रीहरि भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. यह व्रत पितरों के लिए रखने से उनको पुण्य मिलता है. जो लोग जया एकादशी व्रत रखकर उसके पुण्य को अपने पितरों को दान कर देते हैं, उनको भूत-पिशाच योनि से मुक्ति मिल जाती है. इस व्रत को करने वाले को भी भगवान विष्णु की कृपा से मृत्यु के बाद भूत-पिशाच योनि में नहीं जाना पड़ता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि जया एकादशी व्रत कब है? जया एकादशी व्रत का मुहूर्त और पारण समय क्या है?
जया एकादशी व्रत 2025 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, जया एकादशी व्रत के लिए जरूरी माघ शुक्ल एकादशी तिथि का शुभारंभ 7 फरवरी को रात 9 बजकर 26 मिनट से हो रहा है. यह तिथि 8 फरवरी को रात 8 बजकर 15 मिनट तक मान्य होगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर जया एकादशी व्रत 8 फरवरी शनिवार को रखा जाएगा.
जया एकादशी 2025 मुहूर्त
8 फरवरी को जया एकादशी की पूजा आप सुबह में 07:05 बजे से कर सकते हैं. उस दिन शुभ-उत्तम मुहूर्त 08:28 ए एम से 09:50 ए एम तक है. जया एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त 05:21 ए एम से 06:13 ए एम तक है. वहीं अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:13 पी एम से दोपहर 12:57 पी एम तक है.
व्रत वाले दिन मृगशिरा नक्षत्र प्रात:काल से लेकर शाम 06:07 पी एम तक है. उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र है. वैधृति योग दोपहर में 02:04 पी एम तक है, उसके बाद विष्कम्भ योग होगा.
रवि योग में जया एकादशी व्रत 2025
इस बार जया एकादशी के दिन रवि योग बन रहा है. उस दिन रवि योग सुबह में 07 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 07 मिनट तक है. रवि योग में सूर्य प्रभाव से सभी प्रकार के दोष मिट जाते हैं.
ये भी पढ़ें: कब है वसंत पंचमी, 2 या 3 फरवरी? पंडित जी से दूर करें कन्फ्यूजन, जानें सही तारीख, मुहूर्त
जया एकादशी व्रत 2025 पारण समय
जो लोग जया एकादशी का व्रत रखेंगे, वे व्रत का पारण 9 फरवरी को करेंगे. उस दिन पारण का समय सुबह में 7 बजकर 4 मिनट से सुबह 9 बजकर 17 मिनट तक है. 9 फरवरी को द्वादशी तिथि का समापन शाम को 7 बजकर 25 मिनट पर होगा.
जया एकादशी के दिन स्वर्ग की भद्रा
जया एकादशी वाले दिन स्वर्ग की भद्रा लग रही है. भद्रा का समय सुबह में 8 बजकर 48 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक है. इस भद्रा का वास स्थान स्वर्ग है. इसका कोई दुष्प्रभाव पृथ्वी पर नहीं होगा. ऐसे में शुभ कार्यों पर कोई पाबंदी नहीं होगी.
जया एकादशी व्रत का महत्व
भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था कि माघ शुक्ल एकादशी को जया एकादशी के नाम से जानते हैं. इस व्रत को रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. व्यक्ति ब्रह्म हत्या समेत सभी पापों से मुक्त हो जाता है. जो विधि विधान से जया एकादशी व्रत करेगा, उसे मृत्यु के बाद भूत, पिशाच आदि योनि में नहीं जाना पड़ेगा.
First Published :
January 31, 2025, 08:25 IST