जलगांव: जलगांव जिले में एक ट्रेन में आग की अफवाह के बाद पटरी पर उतर गए कुछ यात्री पास की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गये और इस हादसे में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 लोग घायल हो गए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर दुख जताया है।
देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर पोस्ट में कहा, 'पचोरा के निकट एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कुछ लोगों की मौत बहुत दर्दनाक है। मैं उन्हें अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरे सहयोगी मंत्री गिरीश महाजन और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जिला कलेक्टर कुछ ही समय में वहां पहुंच रहे हैं। पूरा जिला प्रशासन रेलवे प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम कर रहा है और घायलों के इलाज के लिए तत्काल इंतजाम किए जा रहे हैं। आठ एंबुलेंस भेजी गई हैं। घायलों के इलाज के लिए सामान्य अस्पताल के साथ-साथ आसपास के अन्य निजी अस्पतालों को तैयार रखा गया है। आपातकालीन प्रणालियों जैसे ग्लासकटर, फ्लड लाइट आदि को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। हम पूरी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सभी आवश्यक सहायता तुरंत प्रदान की जा रही है। मैं जिला प्रशासन के संपर्क में हूं।'
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने जिलाधिकारी द्वारा दी गई सूचना के हवाले से कहा कि यह दुर्घटना पचोरा के निकट माहेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच हुई जहां शाम करीब पांच बजे लखनऊ-पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के कारण किसी ने चेन खींच दी और ट्रेन रुक गई। मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता स्वप्निल नीला ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के कुछ यात्री नीचे उतर गए और बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
जहां यह हादसा हुआ वह मुंबई से 400 किलोमीटर से अधिक दूर है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘‘हमारी प्रारंभिक जानकारी है कि पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच में ‘हॉट एक्सिल’ या ‘ब्रेक बाइंडिंग’ (जैमिंग) की वजह से चिंगारी निकली और कुछ यात्री घबरा गए। उन्होंने चेन खींच दी और उनमें से कुछ नीचे कूद गए। उसी समय पास की पटरी से कर्नाटक एक्सप्रेस गुजर रही थी और कुछ यात्री ट्रेन की चपेट में आ गए।"