Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 05, 2025, 18:19 IST
DAP aur NPK ke fayde : उर्वरक प्रधान भारतीय कृषि तेजी से बदल रही है. अपने यहां उर्वरक की दो किस्में खूब इस्तेमाल की जाती हैं. एक है डीएपी जो गेहूं, धान और मक्का के लिए अच्छा है, जबकि दूसरा है एनपीके जो पौधों की...और पढ़ें
डीएपी
हाइलाइट्स
- डीएपी में 18% नाइट्रोजन और 46% फास्फोरस होता है.
- एनपीके में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम होते हैं.
- एनपीके फसलों के लिए डीएपी से हो सकता है बेहतर.
शाहजहांपुर. फसलों से अच्छा उत्पादन लेने के लिए बड़े पैमाने पर उर्वरकों का इस्तेमाल कोई छिपी बात नहीं है. उर्वरक पौधों के लिए भोजन की तरह हैं. ये पौधों को स्वस्थ रखने और अच्छी पैदावार देने में मदद करते हैं. लेकिन अगर इस्तेमाल का सही तरीका और मात्रा न पता हो तो दवा भी जहर बन जाती है. उर्वरक के साथ भी यही है. किसान भाइयों के लिए ये जानना जरूरी है कि किस फसल में कौन सा उर्वरक डालना चाहिए. आमतौर पर किसान फसल की बुवाई करते समय एनपीके और डीएपी का इस्तेमाल करते हैं.
तेजी से ग्रोथ
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात एग्रीकल्चर एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी बताते हैं कि उर्वरक पौधों की जड़ों, तनों और पत्तियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे पौधे तेजी से ग्रोथ करते हैं. कुछ उर्वरक मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी मदद करते हैं. फसल की बुवाई के वक्त किसान बेसल डोज में एनपीके या डीएपी का इस्तेमाल करते हैं. ज्यादातर किसान डीएपी को ही तरजीह देते हैं. हालांकि कई मायने में एनपीके डीएपी के मुकाबले ज्यादा बेहतर है. ऐसे में किसानों के लिए जानना जरूरी है कि किस उर्वरक में कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में पाए जाते हैं.
डीएपी में क्या-क्या
डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) एक ऐसी खाद है जिसमें मुख्य रूप से दो पोषक तत्व नाइट्रोजन और फास्फोरस पाए जाते हैं. किसान डीएपी का इस्तेमाल फसल की बुवाई करते समय बेसल डोज में देते हैं. डीएपी में लगभग 18% नाइट्रोजन होता है. नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए बेहद जरूरी है. ये पौधों की पत्तियों और तनों को हरा-भरा रखने में मदद करता है. डीएपी में लगभग 46% फास्फोरस होता है. फास्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने और फूल और फल के आने में मदद करता है. ये खाद दानेदार फसलों जैसे गेहूं, धान और मक्का के लिए बहुत फायदेमंद है. डीएपी में पोटैशियम नहीं होता है, इसलिए इसे पोटैशियम की कमी वाली मिट्टी में अन्य खादों के साथ मिलाकर डाला जा सकता है.
एनपीके में क्या-क्या
एनपीके (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम) तीन मुख्य पोषक तत्वों का मिश्रण है. नाइट्रोजन पौधे की पत्तियों और तनों के विकास के लिए आवश्यक है. फास्फोरस जड़ों के विकास, फूल और फल में मदद करता है, जबकि पोटैशियम पौधे को रोगों से लड़ने और सूखे का सामना करने में सहायता करता है. एनपीके में इन पोषक तत्वों की मात्रा अलग-अलग होती है. ये खाद के प्रकार पर निर्भर करता है. उदाहरण के लिए NPK 12:32:16 में 12% नाइट्रोजन, 32% फास्फोरस और 16% पोटैशियम होता है. अलग-अलग फसलों को अलग-अलग मात्रा में इन पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इसलिए एनपीके का उपयोग करने से पहले किसी कृषि विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें.
Location :
Shahjahanpur,Uttar Pradesh
First Published :
February 05, 2025, 18:19 IST
जानें फसलों के लिए डीएपी बेहतर या एनपीके, किसकी कितनी मात्रा से लहलहाएंगे खेत