दिसंबर का महीना शुरू हो गया है. ऐसे में प्रदेश में चल रहे सूखे की स्थिति को लेकर अब बागवानों और किसानों की चिंता बढ़ गई है. मौसम में ड्राई स्पैल के चलते अब बागवानों को अपने बगीचों की चिंता सताने लगी है. मनाली के रहने वाले बागवान ने बताया कि 10- 12 साल से वह अपने बगीचों में काम कर रहे है. इस बार चल रहे ड्राई स्पैल के कारण उन्हें खेतों में काम करने में परेशानी हो रही है. ऐसे में अब उन्हें मौसम बदलने का इंतजार है, जिससे कि बगीचों का काम आगे बढ़ सके.
बागवानों की इस परेशानी को देखने हुए बागवानी विभाग के विशेषज्ञ उम्मत पराशर ने किसानों को तौलिए बनाने और प्रूनिंग के काम को लेकर जानकारी जारी की है. ऐसे में बागवानी विभाग के विशेषज्ञ का कहना है कि बागवानों को सेब की फसल की प्रूनिंग के लिए अभी इंतजार करना चाहिए.
बगीचों में पेड़ों के आसपास नमी बरकरार रखना है जरूरी
उम्मत पराशर का कहना है कि अभी बागवानों को सेब के बगीचे में गड्ढे नहीं करने चाहिए. ना ही तौलिए बनाने या खाद डालने का का काम करना चाहिए. अभी बगीचों में पेड़ों के आसपास नमी बरकरार रखना जरूरी है. प्रूनिंग का काम भी अभी न करके बागवानों को कुछ समय इंतज़ार करना चाहिए. जब पेड़ से पूरी तरह के पत्ते झड़ जाए तब प्रूनिंग का काम किया जाना चाहिए.
पेड़ों से पत्ते झड़ने पर करें प्रूनिंग
सेब के पेड़ में हरे पत्ते होने तक प्रूनिंग का काम करने से पेड़ में सैप चलता है और कई तरीके की बीमारियां लगती है. सेब के पेड़ों से कैंकर और अन्य बीमारियां भी पौधों में आ जाती है, जिससे बागवानी को नुकसान पहचानता है. पौधों के सुप्त अवस्था में आने के बाद ही प्रूनिंग का काम शुरू होना चाहिए. कुल्लू मनाली के मौसम के हिसाब से 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक का समय पौधों में प्रूनिंग करने के लिए सबसे अच्छा माना गया है .
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FIRST PUBLISHED :
December 4, 2024, 14:06 IST