दिल्ली में अबतक पकड़ा गया 7600 करोड़ रुपये का ड्रग्स, 6 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी

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Drugs worth Rs 7600 crore seized in Delhi so far lookout circular issued against 6 people- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

दिल्ली में गुरुवार को 2 हजार करोड़ रुपये की कीमत के ड्रग्स बरामद किए गए थे। इससे पहले 5600 करोड़ रुपये के ड्रग्स पकड़े गए थे। 7600 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले में दिल्ली पुलिस ने यूके नेशनल समेत 6 आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। 204 किलोग्राम कोकेन दिल्ली के रमेश नगर से पकड़े गए थे। भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक कोकेन बरामद होने से पहले यूके फरार हो गया था। बता दें कि इसी मामले में कुल 6 लोगों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है। यूके नेशनल सविंदर सिंह पिछले महीने ब्रिटेन से भारत कोकेन कन्साइनमेंट के ट्रांसपोर्टेशन के सिलसिले में भारत आया था। ये ड्रग्स ज्यादातर साउथ अमेरिका से ट्रांसपोर्ट हुआ था। 

दिल्ली पुलिस ने जारी किया लुकआउट सर्कुलर

सूत्रों के मुताबिक तकरीबन 25 दिनों तक सविंदर सिंह दिल्ली में तीन अलग-अलग ठिकानों पर रहा और जब महिपालपुर में रेड हुई तो 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि उस दौरान यूके नेशनल सविंदर सिंह उस दौरान भारत से फरार हो गया था। संविदर सिंह समेत आधा दर्जन से अधिक विदेशी मूल के नागरिकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है जो इस रैकेट में शामिल हैं। बता दें कि इससे पहले वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था, जो खुद दुबई में मौजूद है। उसी ने भारत में दो लोगों को कोकेन सप्लाई करने के लिए भेजा था।

अब तक पकड़ा गया 204 किलोग्राम ड्रग्स

वीरेंद्र बसोया विदेश में रहकर दिल्ली के तुषार गोयल और यूके के जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी और यूके नेशनल सविंदर सिंह के साथ मिलकर ड्रग सिंडिकेट चलाता है गिल और तुषार गोयल को गिरफ्तार किया जा चुका है और वीरेंद्र बसोया और सविंदर की तलाश जारी है। बता दें कि दोनों विदेश में मौजूद हैं। इसके अलावा रमेश नगर में जिस गोदाम में सविंदर ने 204 किलोग्राम ड्रग्स रखा था, उसके मालिक और प्रॉपर्टी डीलर से पुलिस पूछताछ कर रही है। 5000 रुपये में उन्होंने किराए पर गोदाम किया था। नमकीन के पैकेट में कोकिन छिपाकर पेटियों में पैक करके उन्हें रखा गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक दूसरे सिंडिकेट एक दूसरे से बात नहीं करते हैं और सोशल मीडिया पर कोड वर्ड से दूसरे सिंडिकेट से एक दूसरे से संपर्क करते हैं। साथ ही ड्रग डील के लिए threema ऐप का इस्तेमाल किया जाता है। 

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