नई दिल्ली. दिल्ली में प्रदूषण को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक खेमे में आ गए हैं और आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर हमला बोल दिया है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण में चौतरफा फेल ‘आप’ की दिल्ली सरकार घोषणा करने, अधिकारियों की तैनाती करने, ड्रोन द्वारा निगरानी रखने जैसे काम तो कर रही है परंतु प्रदूषण को पूरी तरह कैसे नियंत्रित किया जाए, इस पर किसी भी तरह से ध्यान नही दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, “जनता दिल्ली में प्रदूषण कम होने का इंतजार कर रही है, जबकि सरकार प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट गिनाकर उन पर निगरानी रखने बात कर रही है. यह चिंताजनक है कि राजधानी गैस चैंबर बन चुकी है. आनन्द विहार (एक्यूआई 401) के साथ पूरी दिल्ली में एक्यूआई गंभीर स्तर पर बना हुआ है.”
कांग्रेस नेता देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा का यमुना के जहरीले पानी में डुबकी लगाने का साहस उनके लिए जोखिम भरा कदम साबित हुआ. डुबकी लगाने पर सचदेवा त्वचा संबंधी रोग से ग्रसित हो गए और इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ा. सचदेवा की यमुना में डुबकी ने यमुना के जहरीले पानी की सच्चाई को सबके सामने उजागर तो कर दिया, लेकिन भाजपा ऐसे राजनीतिक स्टंट चुनावों के दौरान ही क्यों करती है. उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री आतिशी के लाख दावों के बावजूद दिल्ली का प्रदूषण कम नही हो पाया है और दिल्ली के प्रदूषण में टूटी सड़कों से उड़ने वाली धूल और गड्ढों, वाहन से निकलने वाला धुआं और पराली का अहम रोल है, जिस पर नियंत्रण पाने में सरकार पूरी तरह विफल रही है.”
AAP ने सड़कों के निरीक्षण को बना दिया ईवेंट
कांग्रेस नेता ने कहा कि जहां केजरीवाल ने सड़क निरीक्षण को ईवेंट बनाकर आतिशी के साथ ऐलान किया था कि 31 अक्टूबर तक दिल्ली की सभी सड़कें बन जाएंगी, लेकिन पीडब्लूडी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में प्रतिदिन टूटी सड़कों की 30 और गड्ढों की 120 शिकायतें हर रोज मिल रही है. सितंबर में जहां 1059 शिकायतें मिली, अक्टूबर में शिकायतें 2700 से अधिक हो चुकी हैं. दिल्ली की सड़कें बनाना तो दूर पीडब्लूडी टूटी सड़कें और गड्ढे भरने में ही नाकाम साबित हो रही है.
‘अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की तादाद’
देवेन्द्र यादव ने कहा, “यह चिंताजनक है कि दमघोंटू प्रदूषण अब जानलेवा होने वाला साबित हो सकता है. लोगों को सांस लेने की समस्या के साथ जहां आखों में जलन के अधिक मामले सामने आ रहे है. वहीं खांसी, जुकाम, तेज सरदर्द के मरीजों की संख्या में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और दो हफ्तों में मामले दोगुने हो गए हैं. ऐसा पहली बार है कि प्रदूषण के कारण बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं के साथ युवाओं को भी अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है. अस्पतालों में प्रदूषण के कारण 15 प्रतिशत मरीजों की संख्या बढ़ गई है.”
‘प्रदूषण कम करने में AAP पूरी तरह से नाकाम’
देवेन्द्र यादव यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा, “प्रदूषण का कहर इतना बढ़ गया है कि स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी गई है, प्रत्येक वर्ष प्रदूषण के कारण स्कूल दिसम्बर/जनवरी में बंद करने पड़ते हैं, परंतु पहला मौका है कि अक्टूबर में स्कूल प्रदूषण के कारण प्रभावित हुए हैं. प्रदूषण का असर इतना गंभीर हो चुका है कि केन्द्र सरकार को सार्वजनिक वाहन इस्तेमाल करने की एडवाइजरी जारी करनी पड़ी. फसल के अवशेषों, कचरा जलाने से रोकने, त्यौहारों पर पटाखों के उपयोग न करने और डीजल जनरेटर पर निर्भरता को कम करने का कहा है, परंतु दिल्ली सरकार द्वारा ग्रेप-2 लागू करने के बावजूद प्रदूषण कम करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है.”
Tags: Aam aadmi party, Air prime index, BJP, Congress, Delhi pollution, Yamuna River
FIRST PUBLISHED :
October 26, 2024, 20:22 IST