Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:February 11, 2025, 13:55 IST
कुल्लू में पहला दिव्यांग मित्र केंद्र स्थापित किया गया है. यहां दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं की जानकारी, चिकित्सा परामर्श और दस्तावेज़ संबंधी सहायता मिलेगी. यह केंद्र न्यूरोलॉजिकल असेसमेंट के लिए एम्स जाने...और पढ़ें
कुल्लू अस्पताल में शुरू हुआ दिव्यांग मित्र केंद्र
हाइलाइट्स
- कुल्लू में पहला दिव्यांग मित्र केंद्र स्थापित किया गया है.
- दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं और चिकित्सा परामर्श की जानकारी मिलेगी.
- कुल्लू में दिव्यांग बच्चों की इलाज और सुविधाएं आसान होंगी.
कुल्लू: कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में दिव्यांग बच्चों के लिए पहला दिव्यांग मित्र केंद्र खोला गया है. दिव्यांग बच्चों की मदद के लिए की केंद्र को शुरू किया गया है. सांफिया फाउंडेशन ने दिव्यांग मित्र केंद्र को खोला है. इस केंद्र के माध्यम से कुल्लू और आसपास के क्षेत्रों के दिव्यांग बच्चों को सरकारी नीतियों की जानकारी, चिकित्सा परामर्श और अन्य आवश्यक सुविधाओं तक पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।
कुल्लू के दिव्यांग बच्चों को अब न्यूरोलॉजिकल असेसमेंट के लिए बिलासपुर स्थित एम्स जाने की परेशानी से राहत मिलेगी. अभी तक एम्स तक पहुंचने और डॉक्टरों से मिलने में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. अब दिव्यांग मित्र केंद्र के माध्यम से इन बच्चों को आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनकी चिकित्सा प्रक्रिया सुगम और सुलभ हो सकेगी.
लोक मित्र केंद्र की तरह काम करेगा दिव्यांग मित्र केंद्र
डॉ. नागराज पवार ने बताया कि दिव्यांग मित्र केंद्र लोक मित्र केंद्र की तर्ज पर कार्य करेगा और इसे सांफिया फाउंडेशन द्वारा संचालित किया जा रहा है. इससे पहले भी फाउंडेशन द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल में एक केंद्र चलाया जा रहा है, जहां विभिन्न थेरेपी के माध्यम से दिव्यांग बच्चों का इलाज किया जाता है.
इस केंद्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य न्यूरोलॉजिकल असेसमेंट के लिए एम्स बिलासपुर जाने वाले बच्चों को सहायता प्रदान करना है. अक्सर बच्चों और उनके परिजनों को यह जानकारी नहीं होती कि डॉक्टर से कब और कहां मिलना है, जिससे उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अब दिव्यांग मित्र केंद्र के माध्यम से इन बच्चों को एम्स तक पहुंचने की बस सुविधा, डॉक्टर से मिलने का ओपीडी समय, कमरा नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दी जाएगी.
इसके अलावा, एम्स के डॉक्टरों को पहले ही सूचित कर दिया जाएगा कि कितने मरीज कुल्लू से आने वाले हैं, ताकि वहां पहुंचने पर इन बच्चों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े. इस पहल से दिव्यांग बच्चों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी और उनका इलाज अधिक सुगम और प्रभावी हो सकेगा.
सरकारी योजनाओं की भी दी जाएगी जानकारी
डॉ. नागराज ने बताया कि दिव्यांग मित्र केंद्र में सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे दिव्यांग बच्चे पूरा लाभ उठा सकें. उन्होंने बताया कि इस केंद्र के माध्यम से बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ बनाने में सहायता दी जाएगी. इस पहल का उद्देश्य इन बच्चों का जीवन बेहतर और अधिक सुविधाजनक बनाना है.
Location :
Kullu,Himachal Pradesh
First Published :
February 11, 2025, 13:55 IST