हवानाः ग्वांतानामो बे जेल का नाम सुनते ही बड़े से बड़े और दुनिया के सबसे खूंखार आतंकियों की भी रूह कांप उठती है। इसे दुनिया की सबसे खतरनाक जेल माना जाता है। यहां जाने वाले कैदी का संपर्क बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाता है। कभी यह स्थान अमेरिकी नौसेना का बेस हुआ करता था, लेकिन बाद में इसे जेल में तब्दील कर दिया गया।
यह दुनिया की सबसे खतरनाक जेल होने के साथ ही साथ सबसे महंगी जेल भी है। यहां पर एक कैदी को रखने का खर्ची करीब 100 करोड़ रुपये सालाना आता है। यहां दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकियों को रखा जाता है। इस जेल के बारे में कहा जाता है कि यहां एक बार जो भी गया...फिर यहां से उसका जीवित लौट पाना मुश्किल है।
ग्वांतानामो बे को बंद करना चाहते थे ओबामा
इस जेल को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा बंद करना चाहते थे। क्योंकि इसके संचालन का खर्च उठाना अमेरिका के लिए बहुत मुश्किल साबित हो रहा था। इस जेल में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और इराक जैसे देशों के सबसे खूंखार आतंकियों को रखा जाता है। अमेरिका के वर्ल्ड ट्रे़ड टावर पर 9/11 को हुए हमले के दोषियों को भी इसी जेल में रखा गया है। बाद में बाइडेन भी इसे खर्चीली जेल होने की वजह से बंद करना चाहते थे।
इस जेल में क्या है
यह जेल ग्वांतानामो खाड़ी के तट पर स्थित है। इसके चलते इस जेल का नाम ग्वांतानामो बे पड़ा। यहां पर दुनिया के खतरनाक आतंकी संगठनों के आतंकवादियों को रखा जाता है। ग्वांतनामो बे के लिए दुनिया भर में अमरीका की आलोचना होती है। यह जेल 3 हिस्सों में बटी हुई है, जिनमें से 2 गुप्त हेडक्वार्टर हैं। इस जेल के भीतर 3 क्लीनिक भी मौजूद है। साथ ही जेल के भीतर कोर्ट, पेरोल बोर्ड और हीयरिंग रूम भी मौजूद है। यह कई हाईटेक सुविधाओं से लैस है। यहां पर कैदियों के लिए जिम, प्ले स्टेशन और सिनेमा हॉल जैसी सुविधाएं भी हैं। यहां एक कैदी पर 45 से अधिक सैनिकों की तैनाती रहती है। इसमें कैदियों को रखने के लिए छोटी-छोटी गुफा और पिंजरेनुमा कमरे हैं।
अब आपराधिक प्रवृत्ति के प्रवासियों को ग्वांतानामो बे में रखेंगे ट्रंप
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब इस जेल में आपराधिक प्रवृत्ति वाले अवैध प्रवासियों को रखेंगे। क्योंकि यहां रखे जाने के बाद वह दोबारा अमेरिका वापस नहीं आ सकेंगे। ट्रंप ने कहा कि अवैध प्रवासी देश के दुश्मन हैं। वह बेहद खूंखार और खतरनाक हैं। ट्रंप ने अपने भाषण में आतंकियों के लिए कहा, ''आतंकवादी महज़ एक अपराधी नहीं हैं...ये हमारे दुश्मन हैं। इन्हें विदेशी ज़मीन से पकड़ा गया है। इनके साथ एक आतंकवादी की तरह ही व्यवहार किया जाएगा। पूर्व में मूर्खतापूर्ण फ़ैसले के बाद कई ख़तरनाक आतंकवादियों को छोड़ा गया है। अब ऐसा नहीं होगा।