Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 12, 2025, 18:05 IST
Chole Katlambe successful Dehradun: वैसे छोले कतलम्बे एक पाकिस्तानी डिश है लेकिन भारत के पंजाब में भी इसका चलन बहुत ज्यादा है, इसलिए यह डिश आधी पाकिस्तानी और आधी पंजाबी मानी जाती है.
एक प्लेट की कीमत 70 रुपये है.
देहरादून. अगर आपको कुछ क्रिस्पी और चटपटा खाने का शौक है, तो आप उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सब्जी मंडी आ सकते हैं. यहां मामा जी कतलम्बे वाले के यहां आपको हींग फ्लेवर्ड रायते के साथ कुरकुरे कतलम्बे और चटपटे छोले का लाजवाब स्वाद मिल जाएगा. यहां छोले भी दो तरह के होते हैं. बिना किस तरह के प्रचार के ही मामा जी के कतलम्बे इतने मशहूर हैं कि लोग कतारों में लगकर स्वाद के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं. देहरादून में मामा जी के नाम से मशहूर कतलम्बे परोसने वाले मुकेश प्रजापति ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि उनके जीजा जी के उस्ताद पाकिस्तान से इस डिश को सीखकर आए थे.
उन्होंने कहा कि छोले कतलम्बे वैसे पाकिस्तानी डिश है लेकिन पंजाब में भी इसका चलन बहुत ज्यादा है, इसलिए यह डिश आधी पंजाबी और आधी पाकिस्तानी मानी जाती है. वह 14-15 साल की उम्र से ही अपने जीजा जी के साथ काम कर रहे हैं, इसीलिए उन्होंने स्वाद का फार्मूला भी उन्हीं से लिया. उनके जाने के बाद मुकेश ही इस कार्ट को संभाल रहे हैं लेकिन इतने सालों में स्वाद में फर्क बिल्कुल भी नहीं आया है. मुकेश बताते हैं कि वह 70 रुपये की थाली में कतलम्बे के साथ दो तरह के छोले परोसते हैं. एक ग्रेवी वाले छोले होते हैं और दूसरे ड्राई मसाला छोले परोसे जाते हैं. इसके साथ अचार, फ्राई मिर्च और शुद्ध छाछ मिलती है, जो हींग फ्लेवर में होती है.
10 से 15 दिनों तक रखे जा सकते हैं कतलम्बे
उन्होंने कहा कि कतलम्बे मैदा से तैयार किए जाते हैं. इसको एक बार बनाने के बाद 10 से 15 दिनों तक रखकर खाया जा सकता है. कतलम्बे इतने दिनों तक बिना खराब हुए खाए जा सकते हैं. देहरादून में कई लोग इन्हें रिफाइंड तेल में तलकर बनाते हैं जबकि रिफाइंड में बने कतलम्बे लंबे वक्त तक नहीं चलते हैं और उनमें वास्तविक स्वाद भी नहीं आता है. यही वजह है कि मामा जी अपने कतलम्बे में डालडा का इस्तेमाल करते हैं. सिंध में यह कतलम्बे बनाने का बहुत पुराना तरीका है.
कई साल से खा रहे छोले कतलम्बे
यहां से कई साल से छोले कतलम्बे का स्वाद लेने वाले अजय भट्ट ने लोकल 18 से कहा कि वह यहां नजदीक में ही नौकरी करते हैं और जब लंच टाइम होता है, तो वह अक्सर मामा जी के कतलम्बे खाने के लिए आ जाते हैं. इनका स्वाद तो बेहतरीन है ही बल्कि मुकेश का व्यवहार भी बहुत अच्छा है, जिस कारण ग्राहक यहां ज्यादा आना पसंद करते हैं. उनका कहना है कि यहां के मसाले और छाछ इसका स्वाद बढ़ा देते हैं.
एक प्लेट छोले कतलम्बे का दाम 70 रुपये
अगर आप सिंध के पुराने तरीके से तैयार छोले कतलम्बे का स्वाद का लेना चाहते हैं, तो आपको तहसील चौक से पलटन बाजार होते हुए सब्जी मंडी जाना होगा, जहां से आपको टमाटर वाली गली में जाना होगा. यहां एक कार्ट पर मामा जी छोले कतलम्बे वाले आपको मिल जाएंगे. एक प्लेट की कीमत 70 रुपये है.
Location :
Dehradun,Uttarakhand
First Published :
February 12, 2025, 18:05 IST