Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 11:26 IST
Organic Farming: कुल्लू के किसान जैविक खेती से मुनाफा कमा रहे हैं, जिसमें महिला किसान का योगदान अहम है. वे हर साल जैविक खेती से 35 लाख तक का मुनाफा कर रही हैें.
फाइल फोटो: सेब के खेत
हाइलाइट्स
- कुल्लू में महिला किसान जैविक खेती से सालाना 35 लाख कमा रही हैं।
- अनीता नेगी ने 2019 में जैविक खेती शुरू की थी।
- मिश्रित खेती और नर्सरी से अनीता को अच्छा मुनाफा हो रहा है।
कुल्लू. कुल्लू के किसान इन दिनों जैविक खेती कर रहे हैं. इन किसानों ने जैविक खेती करके नर्सरी तैयार की है, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. मिश्रित खेती करने से अब किसानों को सेब की फसल की भी अच्छी पैदावार मिल रही है.
जैविक खेती से तैयार की नर्सरी
महिला किसान अनीता नेगी ने बताया कि 2019-20 में उन्होंने इस तरह की खेती शुरू की थी. इस दौरान उन्होंने नर्सरी का काम शुरू किया और शुरुआती समय में 15 हजार पौधे लगाए. 2022-23 में उन्होंने 30 हजार पौधे लगाए और 2024 में 40 हजार नए पौधे लगाए. ऐसे में कई किसान उनकी नर्सरी से पौधे लेने आते हैं. जैविक खेती से तैयार किए गए ये पौधे अच्छे टिकते हैं और इनकी जड़ें भी मजबूत होती हैं.
सालाना हो रही 30 से 35 लाख की कमाई
अनीता बताती हैं कि उन्होंने 3 बीघा भूमि में खेत तैयार किया है, जहां 2019 में 400 सेब के पेड़ लगाए थे. इस खेत से सालाना 3 से 4 लाख रुपए की फसल निकलती है और मिश्रित खेती का भी बहुत फायदा मिलता है. उन्होंने बताया कि मिश्रित खेती और नर्सरी लगाकर उनकी सालाना 30 से 35 लाख की आमदनी होती है. इस मॉडल से उन्हें काफी फायदा हो रहा है.
रासायनिक खेती से बर्बाद हो गए थे खेत
अनीता नेगी बताती हैं कि 2018 से पहले वह रासायनिक खेती करती थीं. रासायनिक खेती करने से उनके खेत की मिट्टी बर्बाद हो गई थी. हानिकारक रसायनों के कारण मिट्टी ठोस बन गई थी. जैविक खेती करने से पहले उन्होंने अपने खेत की मिट्टी को उर्वरक बनाया और पैदावार में भी बढ़ोतरी हुई. उन्होंने बताया कि ऑर्गेनिक फार्मिंग न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी जरूरी है.
Location :
Kullu,Himachal Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 11:26 IST