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डिलीवरी के वक्त बच्चे की मौत, 7 दिन तड़पती रही महिला, अब कोर्ट का फैसला सुन डॉक्टर को रात भर नहीं आएगी नींद
नई दिल्ली. आमतौर पर हम नवजात की डिलीवरी के लिए अस्पताल या नर्सिंग होम का रुख करते हैं. सबकुछ ठीक ठाक रहा तो नॉर्मल डिलीवरी पर एक दिन और सीजेरियन यानी ऑपरेशन से बच्चे की डिलीवरी पर दो से तीन दिन में महिला और बच्चे को छुट्टी दे दी जाती है. पाकिस्तान में एक ऐसा मामला सामने आया जहां डॉक्टर की लापरवाही के चलते ना सिर्फ नवजात की जान चली गई बल्कि मां भी अगले सात दिन तक दर्द से तड़पती रही. अब इस मामले में कंज्यूमर कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए डॉक्टर के खिलाफ ऐसा फैसला दिया कि उसको रात भर नींद नहीं आई होगी.
पाकिस्तान की कंज्यूमर कोर्ट ने महिला डॉक्टर गजाला राशिद को डिलीवरी के दौरान लापरवाही का दोषी पाते हुए मरीज मोमल जलबानी को सात लाख 90 हजार रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया है. इसके अलावा दोषी डॉक्टर पर दो लाख रुपये का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया गया. जुर्माना न चुकाने की स्थिति में डॉक्टर को दो साल की जेल की सजा की बात कही गई. पेश मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि डॉ. गजाला राशिद पर पत्नी के इलाज में आपराधिक लापरवाही बरती, जिसके चलते उनके बच्चे की मौत हो गई और उनकी वाइफ भी दर्द से अगले 7 दिन तक तड़पती रही. डॉक्टर की तरफ से तब बताया गया कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान कुछ दिक्कतें आ रही थी, जिसके चलते वो नवजात को नहीं बचा सके.
अस्पताल बदलने पर मिली दर्द से राहत
सर्जरी के तीन दिन बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. घर पहुंचने के बाद भी महिला दर्द से तड़पती रही. जिसके बाद ये कपल इसी डॉक्टर के पास फिर से पहुंचा. अगले सात दिन तक महिला को अस्पताल में रखा गया. जब उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ तो परिवार ने मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया. नए अस्पताल में महिला ठीक हो गई. यहां उन्हें जानकारी दी गई कि सर्जरी के दौरान ऑपरेशन गलत तरीके से किया गया था, जिसके चलते संक्रमण फैल गया. जब परिवार ने पहले वाली डॉक्टर को संपर्क किया तो उनहें धमकियां दी गई. जिसके बाद कंज्यूमर कोर्ट का रुख किया गया.
Tags: Latest Medical news, Pakistan news
FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 14:10 IST