भक्ति दिखाते भक्त
बांदा: नवरात्रि के पावन पर्व पर लोग देवी मां को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न परंपराओं से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं. इसी क्रम में बुंदेलखंड के बांदा में एक अद्भुत और अनोखी परंपरा है, जिसे देखकर आप चौंक उठेंगे. यहां नवरात्रि की रामनवमी की रात को भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए विशेष प्रकार की पूजा करते हैं, जिसमें लोहे की सांग (धारदार छड़ी) को अपने गालों के अंदर डाल लेते हैं.
बांदा की अनोखी परंपरा
बांदा में महानवमी के दिन देर रात भक्त लोहे की सांग से अपने गाल, होंठ और गले में छेद कर मां दुर्गा के प्रति अपनी आस्था का प्रदर्शन करते हैं. इसके बाद जावरा का विसर्जन करके नवरात्रि पर्व का समापन किया जाता है. बुंदेलखंड की इस अनोखी परंपरा को देखने वाले इसे देवी मां की शक्ति मानते हैं. भक्त सांग के प्रदर्शन को काबिल-ए-तारीफ मानते हैं. मां दुर्गा की भक्ति में डूबे ये भक्त सांग लेकर मां का जयकारा लगाते हुए अपने गले, गाल, और होठों को छेदते हैं. इसके बाद भक्त मां के दरबार में सांग लेकर नृत्य करते हैं.
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भक्ती का अनोखा मंदिर
इस परंपरा में शामिल एक भक्त ने बताया कि लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इसमें मुख्य रूप से 15 से 35 साल तक के लोग शामिल होते हैं, जो गाल और गले में छेद करके हंसते हुए मां के दरबार में नृत्य करते हैं. इसके बाद मंदिर जाकर वे सांग निकालते हैं. जहां पर छेद होता है, वहां अगरबत्ती की राख या हवन की राख लगा लेते हैं. यह देखकर ऐसा लगता है कि उन्हें कोई चोट लगी ही न हो.
सुरक्षा का रखा जाता है ध्यान
इस परंपरा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जगह-जगह पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि सांग लेने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.
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FIRST PUBLISHED :
October 12, 2024, 12:52 IST
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