Last Updated:February 10, 2025, 19:44 IST
Delhi Results Effect: दिल्ली की हार ने आम आदमी पार्टी को हिला दिया है. लेकिन इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के जो दावे हैं, उससे अरविंद केजरीवाल और टेंशन में होंगे. इसलिए उन्होंने पंजाब के मंत्रियों-विधायक...और पढ़ें
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भगवंत मान और विधायकों के साथ मीटिंग में केजरीवाल ले सकते हैं कोई बड़ा फैसला.
हाइलाइट्स
- कांग्रेस के बड़े नेता का दावा-आम आदमी पार्टी के कई विधायक उनके संपर्क में.
- बीजेपी का आरोप- अरविंद केजरीवाल चंद दिनों में भगवंत मान की कुर्सी ले लेंगे.
- पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल के साथ मीटिंग को सामान्य बताया.
दिल्ली के चुनावी नतीजे आए 48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं. और इन 48 घंटों में केजरीवाल की हार और BJP की जीत की तमाम वजहों पर खूब चर्चा आपने सुनी होगी. उधर, बीजेपी नेताओं के तेवर सख्त हैं. वे संकेत दे रहे हैं कि कि केजरीवाल के लिए चुनौतियां बाकी हैं. पीएम मोदी कह चुके हैं कि सीएजी की रिपोर्ट पहली ही विधानसभा में पेश की जाएगी. इससे पता चलेगा कि केजरीवाल सरकार ने कितना भ्रष्टाचार किया है. ये चिंता तो थी ही, अब पंजाब को लेकर नई टेंशन खड़ी हो गई है. पंजाब बीजेपी और कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि आम आदमी पार्टी टूटने जा रही है. मिड टर्म चुनाव हो सकते हैं. कुछ नेता तो वहां महाराष्ट में जिस तरह शिवसेना टूटी, उसी तरह आप के टूटने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी पर नई आफत की आहट देखकर केजरीवाल सतर्क हो गए हैं. उन्होंने पंजाब के सभी सीनियर लीडर्स की बड़ी बैठक बुला ली है. तो क्या सच में केजरीवाल कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं?
AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल मंगलवार को दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्य के मंत्रियों और विधायकों से मिलने वाले हैं, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने दावा किया कि भगवंत मान की सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली में हैं और कपूरथला हाउस में में ठहरे हुए हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या केजरीवाल सच में पंजाब के मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर सकते हैं?
बीजेपी का हमला
BJP कह रही है कि पंजाब में फेल सरकार का ठीकरा केजरीवाल भगवंत मान पर फोड़ना चाहते हैं. BJP के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा कह रहे हैं कि केजरीवाल अपने भरोसे के विधायकों से अपना नाम आगे करवाना चाह रहे हैं ताकि भगवंत मान पर दवाब बढ़े. इसकी वजह है कि बीते चार महीने से पंजाब में कैबिनेट की एक भी बैठक ही नहीं हुई है. उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल अगले कुछ दिनों में पंजाब जाएंगे, ताकि अपने मंसूबे पूरे कर सकें.
दूसरे दलों के संपर्क में विधायक!
पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता सुरजीत सिंह रंधावा ने तो यहां तक कह डाला कि आप आदमी पार्टी के कई विधायक दूसरे दलों के संपर्क में हैं. जल्द ही ये सरकार गिरने वाली है. मिड टर्म पोल कराए जाएंगे. केजरीवाल के सामने अब विधायकों को बचाकर रखने की चुनौती है, क्योंकि आप विधायक भगवंत मान से छुटकारा पाना चाहते हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आगे दावा किया, पंजाब में 30 से अधिक AAP विधायक हमारे संपर्क में हैं. हालांकि, AAP नेताओं ने इन दावों को खारिज कर दिया.
अखिलेश यादव को आशंका
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी कुछ भी कर सकती है. किसी भी विधायक को खरीद सकती है. बीजेपी अपने को नहीं देख रही है कि जनता उसे देख रही है. इस बार तो बच गए, जनता अगली बार सबक सिखाएगी. हर चुनाव के बाद समीक्षा अपने ढंग से करते हैं सब. चुनाव से पहले ये समीक्षा अगर होती तो ये बीजेपी की सरकार नहीं होती.
पंजाब में AAP के नेता क्या कह रहे?
आप आदमी पार्टी के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा- बाजवा साहिब असंभव सपने देख रहे हैं – जैसे ‘मुंगेरीलाल के सपने’ जो कभी सच नहीं होंगे. यहां तक कि उनके अपने भाई ने बीजेपी जॉइन कर ली है. कंग ने AAP में असंतोष की अटकलों को भी खारिज कर दिया. कहा- यह पार्टी की एक सतत प्रक्रिया है. भगवंत मान, हमारी लीडरशिप के साथ हमारे राष्ट्रीय संयोजक से मिलेंगे. भविष्य की रणनीति तय होगी. उधर, पंजाब के AAP विधायक अशोक पराशर ने कहा, हमारे सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के हमारे सभी विधायकों को बुलाया है. उनका जो संदेश होगा, उसे हम अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों के बीच लेकर जाएंगे. जो काम बचा है, उसे पूरा करेंगे.
महाराष्ट्र से तुलना क्यों?
पंजाब को लेकर जिस तरह की हलचल है, उसे महाराष्ट्र से भी जोड़ा जा रहा है. कहा जा रहा है कि जिस तरह 2022 में महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत की और एमवीए सरकार गिरा दिया. ठीक वैसा ही पंजाब में देखने को मिल सकता है. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने तो यहां तक कह दिया कि पंजाब बाहरी लोगों के हस्तक्षेप को पसंद नहीं करता. निश्चित रूप से हम वहां एकनाथ शिंदे मॉडल को देख सकते हैं. ऐसे में मंगलवार की बैठक का परिणाम पंजाब में AAP की रणनीति और स्थिरता को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण हो सकता है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 10, 2025, 19:44 IST