Last Updated:February 09, 2025, 11:47 IST
Explainer- पिज्जा अब देसी बन चुका है. इसे किसी भी समय पर खाया जा सकता है. अब तो ऑनलाइन बुक करते ही यह घर की चौखट पर आधे घंटे में ही पहुंच जाता है. लोगों में पिज्जा की दीवानगी इस कदर है कि वह हर रोज इसे खा सकते ...और पढ़ें
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दुनिया में सबसे ज्यादा नॉर्वे में पिज्जा बिकते हैं (Image-Canva)
क्रिकेट मैच हो या बर्थ डे पार्टी, घर में खाना बनाने का मूड ना हो या फिर हो डेटिंग, पिज्जा की याद हर ओकेजन पर आती है. गोल और सपाट मैदा कभी केवल चीज या चटनी के साथ खाई जाती थी लेकिन समय के साथ इसमें प्याज, टमाटर, ऑलिव, शिमला मिर्च, कॉर्न, पनीर जैसी चीजें भी सजने लगीं. 9 फरवरी को नेशनल पिज्जा डे होता है. कैसे पिज्जा इटली से निकलकर दुनियाभर में पॉपुलर हो गया कभी सोचा है?
चौकोर होता था पिज्जा
पिज्जा लैटिन शब्द Pinsa से बना है. इसका मतलब है सपाट ब्रेड. इसका जन्म स्थान इटली को माना जाता है लेकिन पिज्जा सबसे पहले किसने बनाया, इसके बारे में कोई नहीं जानता. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि पिज्जा 223 साल पहले इटली के नेपल्स में बना. 7 हजार साल पहले इटली के सार्डिनिया में पिज्जा को रोटी की तरह खाया जाता है. इसे केवल गरीब ही खाते थे क्योंकि यह सस्ता बिकता था. पिज्जा तब एक स्ट्रीट फूड था. इस सपाट रोटी में नमक, चीज, लहसुन और कुछ मीट के टुकड़े डाले जाते थे. पिज्जा सबसे पहले चौकोर आकार में बनता था.
सैनिक करते थे नाश्ता
ईरान जब पर्शिया के नाम से जाना जाता था, तभी वहां पिज्जा ‘पिट्टा’ के नाम से मशहूर था. पर्शिया के सैनिक इस सपाट मैदा की ब्रेड को खजूर के साथ खाते थे. उनका मानना था कि इसमें बहुत ताकत होती है. वह पिट्टा को नाश्ते में खाना पसंद करते थे क्योंकि इससे उनका पेट लंबे समय तक भरा रहता था.
अमेरिका में पिज्जा को ब्रेकफास्ट के तौर पर खाया जाता है (Image-Canva)
फ्रेंच खाने पर भारी पड़ा पिज्जा
यूरोप के शाही परिवारों में केवल फ्रेंच खाना ही परोसा जाता था. रोज-रोज एक जैसा खाना खाकर इटली की महारानी मार्गेरिटा बोर हो गई थीं. ऐसे में राजा एम्बर्टो ने अपनी पत्नी मार्गेरिटा को खुश करने के लिए उनके साथ नेपल्स का दौरा किया और वहां के शेफ से 3 तरह के पिज्जा बेक कराए. महारानी को टमाटर, बेसिल और मोजरेला चीज से बना पिज्जा सबसे ज्यादा पसंद आया. इसे मार्गेरिटा पिज्जा नाम दिया गया. यह पिज्जा इटली के झंडे के रंगों से भी मेल खाता है.
अमेरिका ने बनाया ग्लोबल फूड
नेशनल असोसिएशन ऑफ पिज्जा अमेरिका में लोग पिज्जा के इतने दीवाने हैं कि वहां हर सेकंड 350 पिज्जा के स्लाइस खा लिए जाते हैं. यहां पिज्जा को ब्रेकफास्ट में खाना ज्यादा पसंद किया जाता है. अमेरिका में पिज्जा की एंट्री 1905 में हुई थी. यहां 1905 में न्यूयॉर्क में पहला पिज्जा आउटलेट खुला था. लोगों को इसका टेस्ट इतना पसंद आया कि जल्दी ही यहां पिज्जा के और आउटलेट खुलने लगे.
भारत का पिज्जा इटली से अलग
भारत में पिज्जा 1980 में बिकने लगा था. फूड ब्लॉगर रोहित मावले कहते हैं कि भारत में रोटी खाने का रिवाज बहुत पुराना है. ऐसे में जब पिज्जा भारत आया तो लोगों को यह अपना सा लगा और पिज्जा को अपने स्वाद के हिसाब से रंग-रूप दे दिया गया. यहां पिज्जा में देसी सब्जियां डाली जाती हैं लेकिन आजकल भारत में पास्ता पिज्जा, नूडल्स पिज्जा, फ्रूट पिज्जा, मोमोज पिज्जा, कुल्हड़ पिज्जा, तंदूरी पिज्जा, चॉकलेट पिज्जा जैसे एक्सपेरिमेंट हो गए. यहीं नहीं पिज्जा में भी पनीर टिक्का, बटर मखनी जैसे देसी तड़के लग गए. लेकिन इटली का पिज्जा भारतीय पिज्जा से बहुत अलग है. वहां यहां की तरह ज्यादा मसालों का इस्तेमाल नहीं होता. इटैलियन पिज्जा थिन बेस का होता है जो ताजे खमीर से हाथों से तैयार होता है. उस पर सैन मार्जानो नाम के इटैलियन टमाटर की सॉस बनाई जाती है. वहां बिना सॉस के केवल ऑलिव ऑयल लगा पिज्जा भी खूब बिकता है. इसे बिआन्का कहते हैं.
पिज्जा अधिक मात्रा में खाने से मोटापा और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है (Image-Canva)
पिज्जा की अजीबोगरीब टॉपिंग
पिज्जा की टॉपिंग और टेस्ट हर देश के नागरिकों ने अपने हिसाब से बदल दिया. इटली के ओरिजिनल पिज्जा में बैंगन, कद्दू, ऑलिव, मशरूम, चुकंदर की टॉपिंग्स डाली जाती हैं. लेकिन शायद ही आपने सोचा होगा कि पिज्जा में आलू, मटर, नारियल भी डलता होगा. दरआल कोस्टा रिका में पिज्जा के टॉपिंग में नारियल शामिल होता है क्योंकि वहां नारियल की पैदावार ज्यादा है. इसी तरह जापान में पिज्जा में आलू और ब्राजील में मटर डाली जाती हैं. यहीं नहीं इसमें फल भी डलते हैं. थाईलैंड और मलेशिया में डूरियन नाम का फल खूब मिलता है. इस फल को पिज्जा की टॉपिंग में डाला जाता है. फिलीपींस में आम, आइसलैंड में केला और ऑस्ट्रेलिया में पाइनएप्पल की टॉपिंग डाली जाती है.
पाइनएप्पल पिज्जा कनाडा में बना
भारत के हर पिज्जा आउटलेट में पाइनएप्पल पिज्जा खूब बेक होता है. अधिकतर लोग मानते हैं कि इसका आविष्कार हवाई में हुआ था लेकिन ऐसा नहीं है. सबसे पहले पाइनएप्पल पिज्जा कनाडा में बना था. कनाडा से ही यह दुनिया भर में पॉपुलर हो गया.
दुनिया का सबसे महंगा पिज्जा
दुनिया का सबसे लग्जरी पिज्जा Louis XIII है. इसे इटैलियन शेफ रेनाटो विएओला ने बनाया. यह दुनिया का सबसे महंगा पिज्जा माना गया जिसकी कीमत 12000 डॉलर है. भारत में इसकी कीमत 77 लाख रुपए है. इसकी खमीर को अरेबियन आटे और ऑस्ट्रेलिया में बहने वाली मुर्रे नदी के पिंक सॉल्ट से तैयार किया जाता है. इसमें एडिबल गोल्ड, ऑर्गेनिक बफैलो मॉर्जेला और कैवियार की ही ट्रॉपिंग डाली जाती है. इसे बनने में 72 घंटे का समय लगता है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
February 09, 2025, 11:47 IST