Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 11, 2025, 20:12 IST
CPR Training for Common People: बेगूसराय के पत्रकार अभिरंजन सिंह ने पिता को खोने के बाद लोगों की जान बचाने के लिए अनुठी पहल शुरू की है. इनके पिता को समय पर सीपीआर नहीं मिल पाया, जिसके चलते मौत हो गई थी. इसके बा...और पढ़ें
सम्मान देते अतिथि
हाइलाइट्स
- अभिरंजन सिंह ने 15 करोड़ लोगों को CPR सिखाने का लक्ष्य रखा है.
- अभिरंजन की पहल की देशभर में चर्चा हो रही है.
- CPR की जानकारी से हृदय रोगियों की जान बचाई जा सकती है.
बेगूसराय. देश में हर साल तकरीबन 5 लाख लोगों की जान समय पर सीपीआर नहीं मिलने की वजह से हो जाती है. इनमें से कईयों के नाम सरकारी आंकड़े में भी दर्ज नहीं हो पाता है. इन्हीं लिस्ट में शामिल है बेगूसराय जिले के रहने वाले पत्रकार अभिरंजन कुमार के पिता स्व. रामानंद प्रसाद शर्मा. इनका निधन समय पर सीपीआर नहीं मिलने की वजह से हो गया था. जानकारी के अभाव में पिता को खोने वाले अभिरंजन ने ठान लिया कि अब किसी की जान सीपीआर की वजह से नहीं जाएगी.
अभिरंजन ने 2 साल पूर्व जिस मुहिम को शुरू किया था, अब इसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. पत्रकार अभिरंजन ने अपने इस मुहिम के जरिए मानव श्रृंखला बनाते हुए देश के 15 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित कर रहे हैं.
अभिरंजन ने समाज के लिए शुरू की अनोखी पहल
पत्रकार अभिरंजन कुमार ने लोकल 18 को बताया कि दो 2 साल पूर्व पिता का निधन सीपीआर पहीं मिलने की वजह से हो गया था. अब भी ऐसा लगता है कि यदि समय पर सीपीआर मिल जाता तो उनकी जान बच सकती थी. उन्होंने बताया कि पटना रेलवे स्टेशन पर भी हजारों लोगों के सामने एक की जान चली गई, कोई सीपीआर दे देता तो जान बच सकती थी. हृदय रोगियों की जान बचाने के लिए सीपीआर बेहद जरूरी है. सीपीआर की जानकारी होने के बाद कोई सी व्यक्ति किसी भी हृदय रोग के मरीजों की जान बचाने के लिए ईश्वर का रूप हो सकता है .मानवता के लिए मिसाल अभिरंजन देश के 15 करोड़ लोगों को जागरूक करते हुए सीपीआर की ट्रेनिंग देने का मुहिम चला रहे हैं. उनकी इस मुहिम की तारीफ़ सभी लोग कर रहे हैं.
15 करोड़ लोगों को सीपीआर ट्रेनिंग देने का है लक्ष्य
ईमानदार और संवेदनशील छवि वाले अफसर के रूप में मशहूर स्मृतिशेष रामानंद प्रसाद शर्मा जी की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर उनके गांव केशावे में 500 से अधिक लोगों को नकली मानव शरीर पर सीपीआर यानी कार्डियो पल्मोनरी रिसस्टेशन द्वारा हार्ट अटैक से मूर्छित हुए मरीजों की जान बचाने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई. पत्रकार अभिरंजन कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक मरीजों की जान बचाने में सीपीआर के चमत्कारी प्रभाव को देखते हुए हमने इसे देश में कम से कम 10 प्रतिशत यानी 15 करोड़ लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, ताकि यदि हार्ट अटैक के कारण कोई कहीं गिरता है और उसके आसपास 10 लोग इकट्ठे हों तो, उनमें किसी ना किसी एक व्यक्ति को सीपीआर की जानकारी अवश्य हो, ताकि उस मरीज की जान बचाई जा सके. अभिरंजन कुमार के इस मुहिम की चर्चा पूरे देश में हो रही है.
इन हस्तियों ने ली सीपीआर की ट्रेनिंग
पद्मविभूषण स्व. शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार ब्रजमोहन सिंह एवं भाजपा प्रवक्ता असित नाथ तिवारी सहित कई गणमान्य हस्तियों ने खुद भी सीपीआर देना सीखा और यहां ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले तमाम लोगों को सीपीआर ट्रेनिंग का प्रमाणपत्र भी वितरित किया. आपको बता दें कि IGIMS पटना के डॉक्टर रत्नेश चौधरी, बेगूसराय के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजन चौधरी, डॉ. राहुल कुमार, डॉ. रमण कुमार झा, डॉ. धीरज कुमार शांडिल्य की टीम और प्रमोद कुमार मिश्र और उनकी टीम ने ट्रेनिंग दिया.
इन हस्तियों को किया गया सम्मानित
गौरक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में ऑक्सीजन मूवमेंट के लिए पटना के बिनोद सिंह, स्वास्थ्य एवं जनसेवा के क्षेत्र में आईजीआईएमएस पटना के डॉ. रत्नेश चौधरी एवं मानवता की सर्वोच्च सेवा के लिए अपना देहदान करने वाले बेगूसराय के स्व. अवधेश कुमार लाल को इस वर्ष का ऑनेस्टी अवॉर्ड प्रदान किया गया. स्व. अवधेश कुमार लाल की ओर से उनका सम्मान उनकी पत्नी श्रीमती मुकुल लाल ने ग्रहण किया. रामानंद बाबू स्वास्थ्य नायक सम्मान हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजन चौधरी, सनशाइन हेल्थ केयर के प्रमोद कुमार मिश्र, जेनरल फिजिशियन एवं डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. राहुल कुमार, एलेक्सिया हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. धीरज कुमार शांडिल्य, जेनरल फिजिशियन एवं सर्जन डॉ. रमन कुमार झा, हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ. रोहित राज को मिला. यह सम्मान न्यूज 18 बिहार झारखंड के इनपुट एडिटर ब्रजमोहन सिंह ने प्रदान किया.
Location :
Begusarai,Bihar
First Published :
February 11, 2025, 20:12 IST