पितृपक्ष के अंतिम दिन जा रहा साल का आखिरी सूर्यग्रहण, क्या तर्पण और श्राद्ध पर

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2 अक्टूबर को है सर्वपितृ अमावस्या.

परमजीत /देवघर: स्नातन धर्म मे महीने मे पड़ने वाले व्रत जैसे एकादशी, प्रदोष अमवस्या किसी ना किसी देवी देवता को समर्पित रहता है. एकादशी भगवान विष्णु, प्रदोष भगवान शिव की कृपा पाने के लिए किया जाता है. उसी तरह अमवस्या हमारे पितृ को समर्पित रहता है.

अमावस्या का खास महत्वा होता है. वहीं आश्विन माह मे पड़ने वाला अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या कहते है. इस दिन सभी पितृ का तर्पण करने का विधान है. इस साल कब है. सर्वपितृ अमवास्या कब है?. देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते है. इस अमवस्या का पितृ के लिए कितना महत्वा है.

क्या कहते है देवघर के ज्योतिषाचार्य से
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि सभी अमावस्या में कर पितृ अमावस्या का खास महत्व है. क्योंकि, इस दिन पितृ धरती से विदा लेते हैं. अभी पितृपक्ष चल रहा है. पितृपक्ष का अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या ही है. किसी कारणवश अगर पितृपक्ष के सभी दिनों में अपने पितृ के नाम से तर्पण या पिंडदान,श्राद्ध नहीं कर पाए तो अमावस्या तिथि के दिन कर सकते हैं. इस दिन सभी पितरों के नाम से तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है. इस साल सर्वपितृ अमावस्या के दिन खास संयोग भी बन रहा है. इस दिन साल का आखिरी सूर्यग्रहण भी लगने जा रहा है.

कब से हो रही अमावस्या की शुरुआत
सर्वपितृ अमावस्या तिथि की शुरुआत रात 9 बजकर 40 मिनट से हो रही है और समापन अगले दिन यानी 2 अक्टूबर की रात 1 बजकर 38 मिनट मे हो रहा है. उदया तिथि को देखते हुए. अमावस्या 2 अक्टूबर को पड़ने जा रहा है.

पितृदोष और कालसर्प दोष से भी मिलेगी मुक्ति
देवघर के ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल जानकारी देते हैं कि अमावस्या के दिन पितृ तर्पण, श्राद्ध या पिंडदान करने से ना ही पितृ प्रसन्न होते हैं. पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही शिव मंदिर जाकर राहु,केतु जनित राहु मंत्र का जाप करें. कालसर्प दोष का संकल्प लेकर सर्प का पूजन कर बहते जल में प्रवाहित कर दें. इससे कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिल जाएगी.

इस दिन लगने जा रहा है साल का अंतिम सूर्यग्रहण
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर यानी सर्वपितृ अमावस्या के दिन ही लगने जा रहा है. इस दिन पितृपक्ष का अंतिम तिथि भी है. इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव अमावस्या तिथि पर नहीं पड़ने वाला है. क्योंकि, क्या सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देने वाला है. जिसके कारण प्रभाव भी नहीं पड़ेगा.

Tags: Astrology, Deoghar news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18

FIRST PUBLISHED :

September 24, 2024, 15:45 IST

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