सहारा में गवाएं 46 लाख
आर्या झा/मधुबनीः मधुबनी के कोतवाली चौक के रहने वाले लक्ष्मी नारायण ठाकुर के सहारा में करीब 46 लाख रुपए डूब गए हैं, जिसमें 6 लाख खुद के और बाकी लोगों के भी हैं. इस कारण उन्हें बहुत लोगों से गालियां भी सुनने को मिलती हैं. एक वक्त ऐसा भी आया जब जिन-जिन लोगों का पैसा सहारा में जमा कराया था, उस रास्ते से जाना बंद कर दिया. लोग क्या नहीं कहते, कितनी गालियां भी सुनने को मिलीं.
लक्ष्मी नारायण ठाकुर ने Local18 टीम से कहा कि जीना बहुत मुश्किल हो गया था. जहां भी जाते, लोगों से गालियां सुनने को मिलती थीं. बहुत से लोगों को अपना सोना-चांदी बेचकर पैसे लौटाने पड़े. लक्ष्मी नारायण ठाकुर ने कहा कि मैं 2004 से सहारा में काम कर रहा था. लोग पहले बहुत भरोसा करते थे, कई लोगों का पैसा निकलवाया, लेकिन 2020 से सहारा का हाल बहुत खराब हो गया है. सहारा पोर्टल से कोशिश की है, लेकिन बार-बार रिजेक्ट हो जाता है.
‘पैसे लेने हमें कहां आना पड़ेगा’
लक्ष्मी नारायण ने आगे कहा कि अपनी बेटी की शादी के लिए 6 लाख से अधिक पैसे रखे थे, लेकिन पैसे नहीं मिले. अंत में, उन्होंने जमीन बेचकर बेटी की शादी की. लेकिन इतने सालों बाद भी उम्मीद नहीं छोड़ी है. वे कहते हैं कि देश के गृहमंत्री अमित शाह जी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी कह रहे हैं कि पैसे देंगे, लेकिन हमें ये तो बताएं कब देंगे. पैसे लेने के लिए हमें कहां आना पड़ेगा? कोई ऑफिस या जगह तो बताएं जहां हम जाकर मिलेंगे और कागज दिखाकर पैसे लेंगे.
बहुत लोगों का पैसा डूब गया
उन्होंने कहा कि एक समय था जब सहारा बहुत भरोसेमंद था. चाहे गरीब हो या अमीर, सभी अपने दैनिक जीवन से कुछ पैसे बचाकर जीवन बीमा करते थे ताकि विषम परिस्थिति में इसका इस्तेमाल कर सकें. लेकिन आज के समय में इस नाम को सुनकर लोग गालियां देते हैं, मारने को दौड़ते हैं क्योंकि बहुत सारे लोगों का पैसा डूब गया है. और पैसे नहीं मिल रहे हैं. पोर्टल भी बिल्कुल नाकाम साबित हो रहा है, कुछ भी अपलोड नहीं हो पा रहा है. लेकिन देश की संसद में बैठकर गृहमंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कहते हैं कि हम पैसे लौटाएंगे, तो समझ नहीं आता कि वह ऑफिस कहां है जहां हम उनसे मिलकर पैसे लौटवाएंगे. फिर भी हम उम्मीद कर रहे हैं कि हमें पैसे ज़रूर मिलेंगे.
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FIRST PUBLISHED :
September 29, 2024, 09:03 IST