Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 11, 2025, 13:53 IST
Khandwa News: मध्य प्रदेश के खंडवा में जनसुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग काफी नाराज हो गए. उनका कहना था कि पोती के इलाज के लिए आर्थिक सहायता नहीं मिला. इतना ही नहीं उन्होंने अपना आवेदन फाड़कर डस्टबिन में फेंक दिया.
हाइलाइट्स
- खंडवा में जनसुनवाई में पहुंचा बुजुर्ग हुआ नाराज
- बुजुर्ग को पोती के इलाज के लिए नहीं मिली आर्थिक मदद
- नाराज बुजुर्ग ने अपने आवेदन को डस्टबिन में फेंक दिया
अमित जायसवाल
खंडवा. मध्य प्रदेश के खंडवा में जनसुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग काफी नाराज हो गए. फिर वे कलेक्टर हॉल से निकले और अपने आवेदन को फाड़कर डस्टबिन में फेंक दिया. इतना ही नहीं उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगाए. बुजुर्ग का कहना है कि 2022 में पोती के अपेंडिक्स के 2 ऑपरेशन हुए थे. उपचार के लिए उन्होंने आर्थिक सहायता मांगी थी. इसे कलेक्टर ने स्वीकृत नहीं किया.
कैलाश चौबे खंडवा के जसवाड़ी रोड इलाके के रहने वाले हैं. उनका कहना है कि लोगों से कर्ज लेकर पोती का इलाज करायाथा. सरकारी मदद की आस थी. सांसद से पत्र भी भिजवाे थे. आज कलेक्टर ने कह दिया कि सभी प्रकरण स्वीकृत नहीं होते, आप मत परेशान हो. 7.50 लाख रुपये का आवेदन मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान आर्थिक सहायता के लिए भेजा था, जो अब स्वीकृत नहीं हो रहा है.
बुजुर्ग ने जताई नाराजगी
कैलाश चौबे का कहना है कि मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान का भोपाल कलेक्टर का लेटर लेकर गया था. मुझे शासन की तरफ से लेटर मिला था. इसमें अमाउंट 7.50 लाख रुपये था. भोपाल से मुझे भगा दिया गया. मेरे आवेदन को किसी ने कोई वैल्यू नहीं की. कलेक्टर ने भी मदद नहीं की.
बुजुर्ग ने कहा कि मैंने कलेक्टर साहब का हाथ पकड़कर थोड़ी कहा था कि 7.50 लाख रुपये का अमाउंट लिख दीजिए. अमाउंट तो लग गया. पीएम मोदी भी कहते है कि 5 लाख मिलेंगे. मुझे एक रुपया भी नहीं मिला. ऐसे में बार-बार बोलने का क्या मतलब.
बुजुर्ग ने कहा कि पोती का ऑपरेशन कराया था. कलेक्टर के पास फाइल भी है. चाहें तो जांच करा लीजिए. पोती के पेट का ऑपरेशन हुआ है. खंडवा और इंदौर में भी उसका इलाज किया गया है. उसके पेट की नसें चिपक गई थी. आज कलेक्टर साहब बोले कुछ नहीं कर सकते….मैं चला आया.
Location :
Khandwa,Khandwa,Madhya Pradesh
First Published :
February 11, 2025, 13:53 IST