Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 11, 2025, 19:38 IST
हजारीबाग के किसान मुकेश कुमार के पैन कार्ड का दुरुपयोग कर फर्जी कंपनी बनाई गई और 54 करोड़ का कोयला व्यापार किया गया. अब जीएसटी विभाग ने उन्हें नोटिस भेजा. जांच में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है. पुलिस मामले क...और पढ़ें
किसान मुकेश सिंह और पत्नी
हाइलाइट्स
- किसान के पैन कार्ड से फर्जी कंपनी बनाकर 54 करोड़ का कोयला व्यापार किया गया.
- जीएसटी विभाग ने नोटिस भेजा, जांच में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है.
- पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
हजारीबाग: हजारीबाग के हुटपा निवासी किसान मुकेश कुमार सिंह के साथ एक बड़े फ्रॉड का मामला सामने आया है. अज्ञात लोगों ने उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन और कंपनी बना ली. इस फर्जी कंपनी के जरिए लगभग 54 करोड़ रुपए का कोयला बेचा गया है.
अब बनारस जीएसटी विभाग ने मुकेश कुमार सिंह को नोटिस भेज दिया है. नोटिस मिलने के बाद वे लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन अभी तक उन्हें कोई ठोस समाधान नहीं मिला है. यह मामला बड़े वित्तीय घोटाले और साइबर अपराध का संकेत देता है, जिसमें सरकारी दस्तावेजों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.
गरीब किसान के नाम पर बना दी करोड़ों की कंपनी
हजारीबाग के गरीब किसान मुकेश कुमार सिंह के नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर 54 करोड़ रुपये का कोयला बेचा गया, जिससे उनका पूरा परिवार सदमे में है. मुकेश गांव में खेती-बाड़ी कर जैसे-तैसे अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. खेती से होने वाली मामूली कमाई में बच्चों की फीस भरने तक की परेशानी होती है, लेकिन अब बनारस जीएसटी विभाग से मिले नोटिस के बाद उनकी रातों की नींद उड़ गई है.
इस बड़े फ्रॉड को लेकर मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 16/25 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. मुकेश ने जब एक दोस्त की मदद से जांच कराई, तो पता चला कि उनके पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल कर गणेश इंटरप्राइजेज नाम की एक फर्जी कंपनी चलाई जा रही है. इस फर्जी कंपनी के जरिए शिवगंगा कोल ट्रेडर्स और जय मां भद्रकाली ट्रांसपोर्ट एंड कोल कंपनी कोयला खरीद चुकी हैं और अब भी बकाया है. मुकेश अब न्याय के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं मिली है.
तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इस मामले मे मुकेश कुमार एफईआर दर्ज करवा दिया है. उन्होंने इसमें तीन लोगों को आरोपी बनाया है. इसमें शिवगंगा कोल ट्रेडर्स के मालिक अरुणीमा मिश्रा, जय मां भद्रकाली ट्रांसपोर्ट एंड कोल कंपनी मालिक बीजेंद्र यादव एंव बीरेंद्र कुमार गुप्ता का नाम शामिल है.
फर्जीवाड़े का तरीका
जानकारी के अनुसार, गणेश इंटरप्राइजेज नाम की फर्जी कंपनी बनाकर 2022 से नवंबर 2024 तक हजारों टन कोयला बेचा गया. इस दौरान जीएसटी नंबर मुकेश के नाम पर जारी कर दिया गया, जिसमें फर्जी फोन नंबर, फर्जी ईमेल और बड़कागांव की जमीन का पता दिया गया.
ऐसे हुआ खुलासा
मुकेश कुमार, जो ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, नोटिस मिलने के बाद घबरा गए. उन्होंने एक परिचित की मदद से हजारीबाग के एक सीए और जीएसटी कार्यालय के पदाधिकारियों से संपर्क किया, तब जाकर उन्हें फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी मिली.
कैसे हुआ धोखा?
पुलिस जांच में सामने आया कि तीन साल पहले कुछ लोग मुकेश के पास पहुंचे थे और क्रेडिट कार्ड बनवाने का लालच दिया. लोभ में आकर उन्होंने अपने दस्तावेज दे दिए, जिसके बाद उनका कोई अता-पता नहीं चला.
जीएसटी विभाग की चेतावनी
हजारीबाग में केंद्रीय जीएसटी के सहायक आयुक्त राज कुमार प्रसाद ने कहा कि ऐसे कई फ्रॉड सामने आ रहे हैं. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि किसी को भी अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज देने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें, ताकि वे किसी घोटाले का शिकार न बनें. फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
Location :
Hazaribagh,Jharkhand
First Published :
February 11, 2025, 19:38 IST