शिमला. हिमाचल प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में इस वर्ष मानसून के बाद सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं. हिमाचल प्रदेश में भी नवंबर माह में शत-प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. इस ड्राई स्पेल के कारण जहां लोग परेशान है, तो किसानों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानों की माने तो सूखे के कारण इस वर्ष फसल भी कम हो रही है. इसके अलावा एक गंभीर समस्या यह भी है कि इस वर्ष कई सब्जियों के बीज खराब निकले हैं. इससे किसानों की उपज में भारी कमी देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष 10 गुना कम फसल हुई है.
साल में 10 महीने खेतों में बिताता है किसान
जिला शिमला से संबंध रखने वाले किसान दौलत राम शर्मा ने बताया कि इस वर्ष बीज को लेकर किसानों की बहुत शिकायत है. इस वर्ष बीज ठीक नहीं आया है, जिस कारण किसान बहुत परेशान हैं. इससे उपज पर बहुत असर पड़ा है. कम उपज होने के कारण कई दफा दाम अच्छा मिलता है और कई दफा बहुत कम दाम मिलता है. एक किसान फसल को उगाने में बहुत मेहनत करता है. साल में करीब 10 महीने किसानों को खेतों में बिताने पड़ते है. लेकिन, इसके बावजूद भी मंडी में जब अच्छे दाम नहीं मिलते है, तो किसान को बहुत निराशा होती है.
इस बार 10 गुना कम हुई फसल
दौलत राम शर्मा ने बताया कि इस वर्ष एक तो बीज अच्छा नहीं था और ऊपर से किसानों को सूखे की मार भी पड़ी है. जहां हर साल लगभग फसल के एक हजार बोर होते थे, इस वर्ष केवल 100 ही बोरे हुए है. इस वर्ष करीब 10 गुना कम फसल हुई है. जंगलों में पेड़ काटे जा रहे हैं, जिससे बारिश नहीं हो रही है. वहीं, एक किसान खेतों में बहुत मेहनत करता है. पहले खेत को बनाना पड़ता है, इसमें हल जोतना पड़ता है. इसके बाद गोबर, खाद, बीज आदि डालना पड़ता है. इन सब खर्चों और मेहनत के बाद किसानों को कुछ नहीं मिलता.
Edited By- Anand Pandey
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FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 21:32 IST