ईसबगोल
नागौर. ईसबगोल एक प्राकृतिक फाइबर है, जो पौधे के बीजों से प्राप्त होता है. इसे आमतौर पर पाचन तंत्र को सुधारने, कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि ईसबगोल रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे भूख कम लगती है.
डॉक्टर राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि 1-2 चम्मच ईसबगोल को एक गिलास पानी, दूध या दही में मिलाकर तुरंत पी लें, इसे सोने से पहले या भोजन के बाद लिया जा सकता है. डॉक्टर ने बताया अधिक मात्रा में न लें, क्योंकि इससे पेट फूलने की समस्या हो सकती है. ईसबगोल के साथ पर्याप्त पानी पिएं, अन्यथा गले में रुकावट हो सकती है. उन्होंने बताया कि ईसबगोल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने और विभिन्न बीमारियों में सहायता करने के लिए जाना जाता है. ये फाइबर से भरपूर होता है, जो मल को नरम करके आसानी से बाहर निकलने में मदद करता है. यह पाचन क्रिया को नियमित बनाता है. इसके अलावा यह दस्त के दौरान अतिरिक्त पानी को अवशोषित करता है, जिससे मल को सामान्य बनाने में मदद मिलती है.
डायबिटीज को नियंत्रित करना
ईसबगोल रक्त में शर्करा के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है. ईसबगोल खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में सहायक है, जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम होता है. इसमें मौजूद फाइबर पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है.
एसिडिटी और अपच में लाभकारी
यह पेट की अम्लता (एसिडिटी) को शांत करता है और गैस या जलन जैसी समस्याओं से राहत देता है. नियमित सेवन रक्तचाप को नियंत्रित रखने और हृदय की सेहत सुधारने में मदद करता है. ईसबगोल आंतों में जमी गंदगी को साफ करके डिटॉक्स का काम करता है.
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FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 21:29 IST
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