Last Updated:February 07, 2025, 22:31 IST
Accenture ने अमेरिका में नए कानूनी नियमों के कारण अपनी वैश्विक डाइवर्सिटी और इनक्लूजन नीतियों को खत्म करने का फैसला किया है. CEO जूली स्वीट ने बताया कि कंपनी अब कर्मचारियों के परफॉर्मेंस मूल्यांकन में D&I टारगे...और पढ़ें
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यह बदलाव डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद देखे जा रहे हैं.
हाइलाइट्स
- Accenture ने अपनी डाइवर्सिटी नीतियों को खत्म करने का फैसला किया.
- अमेरिका में नए कानूनी नियमों के कारण यह बदलाव किया गया है.
- कंपनी अब कर्मचारियों के परफॉर्मेंस मूल्यांकन में D&I का उपयोग नहीं करेगी.
नई दिल्ली. टेक और कंसल्टिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी Accenture ने अपनी वैश्विक डाइवर्सिटी और इनक्लूजन (D&I) नीतियों को खत्म करने का फैसला किया है. कंपनी ने 2017 में जो डाइवर्सिटी लक्ष्य तय किए थे, उन्हें अब धीरे-धीरे हटाया जाएगा. इसके साथ ही, कुछ खास डेमोग्राफिक ग्रुप्स के लिए बनाए गए करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम भी बंद किए जाएंगे. Reuters ने एक इंटरनल मेमो के हवाले से यह खबर दी है. यह निर्णय अमेरिका में बदलते राजनीतिक हालातों के मद्देनजर लिया गया है.
Accenture की CEO जूली स्वीट ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए मेमो में बताया कि यह बदलाव कंपनी की आंतरिक नीतियों और अमेरिका में विकसित हो रहे कानूनी नियमों के विश्लेषण के बाद किया गया है. अमेरिका में हाल ही में लागू किए गए नए कार्यकारी आदेशों (Executive Orders) के अनुसार, कंपनियों को इन नियमों का पालन करना अनिवार्य हो गया है.
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और भी कंपनियां कर चुकी हैं ऐसा
बता दें कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से कई बड़े कॉरपोरेट्स अपनी Diversity, Equity, and Inclusion (DEI) नीतियों पर दोबारा विचार कर रहे हैं. Meta, Alphabet (Google) और Amazon जैसी टेक कंपनियां भी अपने डाइवर्सिटी लक्ष्यों को खत्म कर चुकी हैं.
अब नहीं होगा कर्मचारियों के परफॉर्मेंस मूल्यांकन में D&I का इस्तेमाल
Accenture ने यह भी स्पष्ट किया कि अब कर्मचारियों के परफॉर्मेंस मूल्यांकन में D&I टारगेट्स का उपयोग नहीं किया जाएगा. इसके अलावा, कंपनी बाहरी डाइवर्सिटी बेंचमार्किंग सर्वे में भी डेटा सबमिट करने की प्रक्रिया को रोकने जा रही है. CEO जूली स्वीट ने बताया कि कंपनी अब अपनी टैलेंट स्ट्रैटेजी को दोबारा तैयार कर रही है और इसके तहत डाइवर्सिटी से जुड़े बाहरी साझेदारों के साथ संबंधों की समीक्षा की जाएगी.
अब तक कितनी थी महिलाओं की भागीदारी?
Accenture की 2023 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के वर्कफोर्स में 48% महिलाएं थीं, जबकि 30% मैनेजिंग डायरेक्टर पदों पर महिलाएं थीं. 2020 में कंपनी ने अमेरिका और यूके के लिए रेस और एथनिकिटी से जुड़े टारगेट भी तय किए थे, लेकिन अब इन लक्ष्यों की समीक्षा की जाएगी.
भारत पर क्या होगा असर?
Accenture दुनियाभर में हायरिंग करती है, खासतौर पर भारत से बड़ी संख्या में प्रोफेशनल्स को मौका मिलता है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी की नई टैलेंट स्ट्रैटेजी भारतीय कर्मचारियों पर क्या प्रभाव डालती है. फिलहाल, Accenture ने इस बदलाव पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 07, 2025, 22:31 IST