नई दिल्ली. दिग्गज शेयर मार्केट निवेश राकेश झुनझुनवाला के निधन के बाद झुनझुनवाला फैमिली का स्टॉक पोर्टफोलियो उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला द्वारा संचालित किया जा रहा है. बाजार में तेज गिरावट से झुनझुनवाला फैमिली के स्टॉक्स भी अछूते नहीं रह गए हैं. सितंबर तिमाही खत्म होने के बाद से अब तक जहां सेंसेक्स और निफ्टी ने 8-9 फीसदी का गोता लगाया है तो वहीं झुनझुनवाला फैमिली का पोर्टफोलियो 13 प्रतिशत नीचे आ गया है. झुनझुनवाला परिवार का पोर्टफोलियो मंगलवार शाम को ₹40,082.90 करोड़ था जबकि सितंबर तिमाही खत्म होने पर यह पोर्टफोलियो ₹55,095.90 करोड़ का था.
झुनझुनवाला के टॉप 5 स्टॉक्स में से एक ने भी पॉजिटिव रिटर्न नहीं दिया है. टाइटन, कॉनकॉर्ड बायोटेक, स्टार हेल्थ एंड अलायड इंश्योरेंस, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स में कंपनी का सबसे ज्यादा निवेश लगा है. इन सभी कंपनियों के शेयर 6-24 फीसदी तक नीचे आए हैं.
टाइटन कंपनी
टाइटन कंपनी लिमिटेड में झुनझुनवाला की 5.1% या ₹14,741 करोड़ की हिस्सेदारी है. यह शेयर 30 सितंबर के बाद से 15.80% गिर चुका है. इस गिरावट की मुख्य वजह कंपनी की कमजोर दूसरी तिमाही (Q2) के नतीजे माने जा रहे हैं. टाइटन के ज्वेलरी सेगमेंट का मार्जिन उम्मीद से कम रहा और कंपनी ने FY25 के लिए मार्जिन गाइडेंस में 100 बेसिस पॉइंट्स की कटौती कर दी. गोल्डमैन सैक्स और जेफरीज जैसे ब्रोकरेज का मानना है कि कस्टम ड्यूटी कटौती ने ज्वैलरी ग्रोथ को बढ़ावा दिया, लेकिन रिपोर्टेड मार्जिन पर नकारात्मक असर पड़ा.
टाटा मोटर्स
झुनझुनवाला परिवार की 1.3% हिस्सेदारी वाली टाटा मोटर्स के शेयर 30 सितंबर के बाद से 20% तक गिर चुके हैं. कंपनी की ब्रिटिश शाखा, जगुआर लैंड रोवर (JLR), ने FY25 के लिए EBIT मार्जिन गाइडेंस 8.5% पर बनाए रखा, लेकिन फ्री कैश फ्लो (FCF) गाइडेंस को 1.8 बिलियन पाउंड से घटाकर 1.3 बिलियन पाउंड कर दिया. इसकी वजह उच्च कैपेक्स (capital expenditure) मानी जा रही है. इनक्रेड इक्विटीज ने कहा कि बेहतर प्रोडक्ट मिक्स होने के बावजूद कमजोर औसत बिक्री मूल्य (ASP), घटती ग्रॉस मार्जिन और बढ़ते मार्केटिंग खर्च चिंता का विषय हैं.
स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस
स्टार हेल्थ के शेयर 24% तक गिर चुके हैं. इसके Q2 नतीजों में क्लेम रेश्यो में 410 बेसिस पॉइंट्स की बढ़त देखी गई. यह बढ़ोतरी लंबे मॉनसून, गंभीर बीमारियों के मामले बढ़ने, और ग्रुप बिजनेस में हिस्सेदारी बढ़ने की वजह से हुई. एनालिस्ट्स का मानना है कि कंपनी के स्केल में सुधार से खर्च अनुपात (expense ratio) में कमी आएगी, लेकिन लॉस रेश्यो पर असर कीमत निर्धारण और उत्पाद मिश्रण पर निर्भर करेगा. एमओएफएसएल ने ₹630 के लक्ष्य के साथ “बाय” रेटिंग बरकरार रखी है.
मेट्रो ब्रांड्स लिमिटेड
मेट्रो ब्रांड्स के शेयर 13% गिरे. पिछली छह तिमाही कंपनी के लिए काफी बदलावों से भरा रही. Q2FY25 में FILA के इन्वेंट्री लिक्विडेशन के कारण ग्रॉस मार्जिन प्रभावित हुआ. हालांकि, कंपनी ने स्टोर जोड़ने की गति को तेज किया है और FY25 में 100 नए स्टोर खोलने का लक्ष्य रखा है. कंपनी की प्रति स्टोर आय स्थिर होती दिख रही है, लेकिन Q4FY25 इसके प्रदर्शन के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी. एनालिस्ट्स ने ₹1,175 का लक्ष्य सुझाया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 16:20 IST