बीए इकोनॉमिक्स से की पढ़ाई, विदेश में मिली लाखों की नौकरी, ऐसे बदल गई जिंदगी

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Success Story: केरल के एक साधारण परिवार में जन्मे मोहनजी, इन दिनों दुनिया भर के देशों में भारत का परचम लहरा रहे हैं. आम युवाओं की तरह मोहनजी की प्रारंभिक शिक्षा भी केरल के साधारण स्कूल से हुई, लेकिन उनकी सोच कुछ बड़ा करने की थी. उन्होंने कालीकट यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में बीए किया. इसके बाद उन्हें लगा कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए इंग्लिश की समझ बहुत जरूरी है. लिहाजा उन्होंने अंग्रेजी लिटरेचर में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली.

1989 में की पहली नौकरी
पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई-लिखाई के बाद मोहनजी अब नौकरी की तलाश में आगे बढ़े, तो उन्हें कोच्चि में लॉजिस्टिक शिपिंग में काम मिल गया. उन्होंने एक साल तक यहां काम किया. इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि अब करियर इसी में बनाना है. उन्होंने लॉजिस्टिक शिपिंग में सेल्स एग्जीक्यूटिव की नौकरी करने के लिए खाड़ी देशों का रुख किया और 1990 से लगातार दुबई, ओमान, बहरीन, इराक, और कुवैत जैसी जगहों पर शिपिंग और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में काम किया.

लाखों में हो गई सैलरी
मोहनजी बताते हैं कि किसी ने सोचा नहीं था कि बीए इकोनॉमिक्स और इंग्लिश लिटरेचर की पढ़ाई करने वाला एक युवा इस तरह खाड़ी देशों तक नौकरी करने पहुंच जाएगा, लेकिन किस्मत उन्हें उन देशों की सैर पर ले गई, जहां सोचकर वह कभी जा भी नहीं सकते थे. देखते ही देखते उनका ओहदा बढ़ता गया और एक दिन वह एक कंपनी में डिविजनल हेड की पोजीशन पर आ गए. लाखों रुपये महीने की सैलरी मिलने लगी.

और अचानक बदल गई जिंदगी
मोहनजी की जिंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा था. उनके परिवार में एक पत्नी और बेटी भी थी, लेकिन वर्ष 2000 में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने मोहनजी की जिंदगी को पूरी तरह से बदलकर रख दिया. असल में उनकी इकलौती बेटी अमू छुट्टियों में केरल आई थी और यहां एक सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई. इस घटना ने उन्हें स्तब्ध कर दिया.

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और छोड़ दी लाखों की नौकरी
इस हादसे के बाद मोहनजी ने जैसे-तैसे खुद को संभाला और आध्यात्मिक संगत में आ गए. वर्ष 2003 में उन्होंने अपनी बेटी अमू के नाम से अमू चैरिटी फाउंडेशन बनाया और मानवता की सेवा में लग गए. उन्होंने लाखों की नौकरी एक झटके में छोड़ दी. उनका यह संगठन दुनिया के कई देशों में सक्रिय है. जो अनाथ बच्चों की देखभाल और ट्राइबल समुदायों के कल्याण के लिए काम करता है. उन्होंने मोहनजी फाउंडेशन भी बनाया है जो ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, स्कॉटलैंड आदि देशों में काम कर रहा है. इस तरह भारत के एक राज्य से निकला यह शख्स देश-दुनिया में नाम कमा रहा है.

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Tags: Education news, Jobs, Success Story

FIRST PUBLISHED :

November 26, 2024, 14:48 IST

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