हाइलाइट्स
लखनऊ में हत्या को सड़क हादसा दिखाकर कर बीमे की रकम हड़पने का मामला बाप के साथ मिलकर बेटे ने पहले पत्नी का इंश्यरेंस करवाया फिर मुद्रा लोन लिया इसके बाद चार अन्य लोगों के साथ मिलकर पत्नी को कार से कुचलवाकर मार डाला
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हत्या का एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. यहां एक बाप और बेटे ने बीमे की 50 लाख रुपए हड़पने और लोन से बचने के लिए खौफनाक साजिश रची. चिनहट थाना क्षेत्र के मटियारी निवासी युवक ने शादी के बाद साजिश के तहत पत्नी का 50 लाख का इंश्योरेंस करवाया. फिर 10 लाख का मुद्रा लोन लिया. उसके बाद पत्नी के नाम पर चार कारें और दो बाइक फाइनेंस करवाई. इसके बाद बीमे की रकम हड़पने और लोन से छुटकारा पाने के लिए बाप-बेटे ने चार अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश के तहत पत्नी की कार से कुचलवाकर हत्या करवा दी और उसे हादसे का रंग दे दिया.
लेकिन कहते हैं न अपराद्धि कितना भी शातिर क्यों हो कोई न कोई सुराग छोड़ ही देता है. ऐसा इस मामले में भी हुआ. दरअसल, 20 मई 2023 को पूजा यादव की मौत हुई थी. मृतका के पंचनामे में ससुर राम मिलान और बेटा अभिषेक गवाह बने थे. मामले का खुलासा तब हुआ जब इंश्योरेंस कंपनी को शक हुआ. जिसके बाद हत्याकांड के सवा साल बाद मंगलवार को लखनऊ पुलिस ने इसका पर्दाफाश करते हुए साज़िश में शामिल कुलदीप सिंह, दीपक वर्मा, आलोक निगम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में आरोपी ससुर, पति और कार से कुचलने वाला अभिषेक शुक्ला फरार है. पुलिस तीनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
ऐसे रची गई साजिश
गिरफ्तार आरोपी कुलदीप ही मुख्य साज़िशकर्ता था. कुलदीप ने राम मिलन के बेटे की शादी अयोध्या निवासी पूजा से करवाई. इसके बाद हत्या और बीमे की रकम हड़पने स्क्रिप्ट लिखी गई. एक अन्य गिरफ्तार आरोपी दीपक वर्मा ने पूजा के कार एक्सीडेंट में मारने का आरोप अपने सिर पर लिया था. लिखापढ़ी में ये बताया गया कि कार दीपक चला रहा था, जबकि कार से अभिषेक शुक्ला ने रौंदा था जो फ़रार है. मामला तब खुला जब पति अभिषेक ने क्लेम फाइल किया. जांच के दौरान इंश्योरेंस कंपनी को शक हुआ. क्योंकि जिस परिवार ने क्लेम किया था वे सभी मजदूरी करते थे, लेकिन मृतका का इंश्योरेंस, मुद्रा लोन और 6 गाड़ियां फाइनेंस कराई गई थीं. इसके बाद पुलिस को फिर से विवेचना के लिए कहा गया. जिसके बाद जांच में पता चला कि ससुर राम मिलन और पति अभिषेक ने ही हत्या की साजिश रची थी. तीसरा गिरफ्तार आरोपणी अलोक निगम पेशे से वकील है. इसी ने हत्या को हादसा दिखाने और बीमे की रकम हड़पने की साज़िश में कानूनी ज्ञान दे रहा था.
ऐसे हुआ खुलासा
डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि मई 2023 में मटियारी के राधपुरम में पूजा यादव की सड़क हादसे में मौत हुई थी. इस मामले में पुलिस ने दीपक वर्मा को अरेस्ट किया था. जिसने यह बात कबूली थी कि गाडी वही चला रहा था. इंश्योरेंस कंपनी को शक होने पर फिर से जांच हुई तो पूरा मामला खुल गया. कार दीपक नहीं बल्कि अभिषेक शुक्ला चला रहा था और उसी ने पति और ससुर के सामने पूजा को रौंदकर मार डाला था.
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FIRST PUBLISHED :
October 2, 2024, 11:54 IST