जॉर्जटाउन:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने बुधवार को संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक वार्ता की. साथ ही भारत और गुयाना ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, फार्मा और कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है.
पीएम मोदी का ट्वीट देखें
Addressing the India-CARICOM Summit successful Guyana. https://t.co/29dUSNYvuC
— Narendra Modi (@narendramodi) November 20, 2024दोनों पक्षों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए जो हाइड्रोकार्बन, स्वास्थ्य सेवा, संस्कृति और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करने पर आधारित हैं.
मोदी ने अपने मीडिया वक्तव्य में कहा कि गुयाना, भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इस क्षेत्र में दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक साझेदारी के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि 56 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार रात ब्राजील के शहर रियो डी जेनेरियो से यहां पहुंचे. मोदी ने रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया. मोदी ने कहा, ‘‘हमने भारत-गुयाना सहयोग को बढ़ाने के लिए कई नई पहल को चिह्नित किया है.''
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों पक्ष आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘भारत गुयाना के लिए दवा उत्पादों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और हम गुयाना को दवा निर्यात बढ़ाने पर काम करेंगे.''मोदी ने यह भी कहा कि रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग ‘‘गहन आपसी विश्वास'' का प्रतीक है.
दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया. मोदी ने कहा कि भारत और गुयाना इस बात पर सहमत हैं कि सभी समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति के जरिए किया जाना चाहिए. राष्ट्रपति अली ने कहा कि मोदी की गुयाना यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)