Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 08, 2025, 11:21 IST
मधुकर आनंद छपरा के रहने वाले हैं और सीआरपीएफ में तैनात हैं. वह संगीत के जरिए फौजियों का मनोबल बढ़ाते हैं. उनकी आवाज फौजियों को तनावमुक्त करती है.
माता सरस्वती का भजन गाते हुए मधुकर आनंद
हाइलाइट्स
- मधुकर आनंद सीआरपीएफ में तैनात हैं और संगीत से फौजियों का मनोबल बढ़ाते हैं.
- सरस्वती पूजा के दौरान मधुकर को सीआरपीएफ में जॉइनिंग लेटर मिला था.
- मधुकर आनंद का जीवन संगीत और देश सेवा का अनूठा संगम है.
छपरा. फौजियों की नौकरी जोखिम भरी होती है, जिसमें उन्हें हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है. सभी जवान अपने कर्तव्यों को वफादारी, ईमानदारी और जज्बे के साथ निभाते हैं. उनकी पोस्टिंग ऐसी जगहों पर होती है, जहां गोला-बारूद और खतरों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में फौजियों का मनोबल बनाए रखने के लिए उनके बीच सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों में फौजी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हैं.
छपरा के रहने वाले मधुकर आनंद सीआरपीएफ में तैनात हैं और फिलहाल मोकामा में पोस्टेड हैं. उनकी आवाज और संगीत का जादू फौजियों के दिलों को छू जाता है. उनके गीत सुनकर फौजी खुश हो जाते हैं और अपनी सारी टेंशन भूल जाते हैं. मधुकर आनंद ने संगीत के जरिए फौजियों के बीच खुशियां बिखेरने का जिम्मा उठाया है.
बचपन से था संगीत का शौक
मधुकर आनंद छपरा शहर के भगवान बाजार की VIP गली के रहने वाले हैं. बचपन से ही उन्हें संगीत में गहरी रुचि रही है. जब वह गीत गाना शुरू करते हैं, तो पूरा मोहल्ला उनकी आवाज के जादू में खो जाता है. उनके संगीत का जुनून इतना गहरा है कि वह हर साल सरस्वती पूजा के मौके पर छुट्टी लेकर घर आते हैं और मां सरस्वती की पूजा करते हैं. इस दौरान वह लोगों को भजन और गीत सुनाकर उन्हें आनंदित करते हैं.
सरस्वती पूजा और जॉइनिंग लेटर का अनोखा संयोग
मधुकर आनंद ने लोकल 18 को बताया कि उनके जीवन में एक अनोखा संयोग हुआ था. जब वह सरस्वती पूजा कर रहे थे और मां सरस्वती को भजन सुना रहे थे, तभी उनका सीआरपीएफ में जॉइनिंग लेटर आया. उस दिन से वह मानते हैं कि मां सरस्वती की उन पर विशेष कृपा है. तब से हर साल वह सरस्वती पूजा के मौके पर छुट्टी लेकर घर आते हैं और मां की पूजा करते हैं.
फौजियों के बीच मनोरंजन का स्रोत
मधुकर आनंद ने बताया कि वह अपने डिपार्टमेंट में भी लोगों को हंसाने और उनका मनोरंजन करने के लिए गीत गाते हैं. सीआरपीएफ के हर कार्यक्रम में वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और अपने संगीत के जरिए फौजियों का मनोबल बढ़ाते हैं. उनका मानना है कि संगीत न केवल तनाव को दूर करता है, बल्कि लोगों को एक नई ऊर्जा भी देता है. मधुकर आनंद का जीवन संगीत और देश सेवा का अनूठा संगम है. वह न केवल एक वफादार फौजी हैं, बल्कि एक प्रतिभाशाली गायक भी हैं. उनकी आवाज और जज्बा दोनों ही फौजियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. उनकी कहानी यह साबित करती है कि जुनून और मेहनत से इंसान किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है.
Location :
Chapra,Saran,Bihar
First Published :
February 08, 2025, 11:21 IST