Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 22, 2025, 16:49 IST
छपरा में मकेर थाना के दारोगा रवि रंजन को विभाग में बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि एसपी ने कुमार आशीष ने रवि रंजन को निलंबित कर दिया था. व्यवसायी से 32 लाख रुपये छीनने के आरोप में यह कार्रवाई की गई थी. इसके बाद...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- व्यवसायी से लूट के मामले में गिरफ्तार हुआ था दारोगा रविरंजन.
- मामले की जांच में आरोप सही पाने पर सेवा से बर्खास्त किया गया..
- सारण डीआईजी के आदेश से एसपी कुमार आशीष ने लिया एक्शन.
छपरा. बिहार के सारण जिले के ‘रंगबाज’ दारोगा रवि रंजन को पुलिस विभाग ने बर्खास्त कर दिया है. रवि रंजन को व्यवसाय से जांच के नाम पर 32 लख रुपए लूटने के मामले में गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद एसपी ने रवि रंजन को निलंबित कर दिया था. काफी कम समय में डीआईजी निलेश कुमार द्वारा बर्खास्तगी की प्रक्रिया खत्म कर बुधवार को रवि रंजन को सर्विस से बर्खास्त कर दिया गया. यह पूरी कहानी तब सामने आई थी जब नगर थाना क्षेत्र के रोज निवासी रोहन कुमार से दारोगा ने ही लूटपाट की थी.
दरअसल, व्यवसायी रोहन कुमार ने एसपी कुमार आशीष को सूचना दी थी कि वह कारोबार के सिलसिले में 64 लख रुपए लेकर मुजफ्फरपुर जा रहे हैं. इसी क्रम में तभी मकेर थाना के रेवा घाट के पास पुलिस की गाड़ी ने इनको ओवरटेक करके रोक लिया. आरोप लगा कि वाहन चेकिंग के क्रम में पुलिस ने वाहन मे रखे रुपया का थैला ले लिया और इनको डराने धमकाने लगा. पुलिस ने दोनों को गांजा और शराब के केस में फंसाने की धमकी दी जिसके कारण दोनों लोग डर गए और वहां से निकल गए. लेकिन, बाद में इन्होंने इस पूरे घटना की जानकारी एसपी को दी जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया.
एसपी ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मकेर थाना अध्यक्ष रविरंजन को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उन्होंने इस पूरे घटना की स्पीडी ट्रायल कराकर आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही थी. थाना अध्यक्ष रवि रंजन ने खुद को निर्दोष बताया था, लेकिन इस मामले में एसपी ने थाना अध्यक्ष को सीधे तौर पर दोषी करार दिया था और उन्हें मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था.
एसपी कुमार आशीष का कहना था कि बिना थाना अध्यक्ष के मिलीभगत के इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया जा सकता. खास बात यह थी कि यह पूरी घटना उनकी मौजूदगी में हुई थी. एसपी ने बताया कि रेंज डीआईजी निलेश कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लिया था और उन्होंने मामले की जांच के बाद आरोपी दारोगा रविरंजन को बर्खास्त कर दिया. दारोगा फिलहाल न्यायिक हिरासत के तहत जेल में है.
First Published :
January 22, 2025, 16:49 IST