Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 03, 2025, 21:24 IST
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में बसंत पंचमी पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ. माझी कहार समाज ने 'हम दो, हमारे पांच' का संकल्प दिलाया और पांच संतानें होने पर दंपत्तियों को एक लाख रु...और पढ़ें
मांझी कहार समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन
हाइलाइट्स
- माझी कहार समाज ने सामूहिक विवाह सम्मेलन में 201 जोड़ों का विवाह कराया.
- नवविवाहित जोड़ों को 'हम दो, हमारे पांच' का संकल्प दिलाया गया.
- पांचवीं संतान होने पर एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई.
खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में बसंत पंचमी के अवसर पर एक खास सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया. यह आयोजन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत कृषि उपज मंडी प्रांगण में हुआ, जिसमें माझी कहार समाज ने एक अनूठी पहल की. समाज ने इस सम्मेलन में नवविवाहित जोड़ों को ‘हम दो, हमारे पांच’ का संकल्प दिलाया और ऐलान किया कि जिस दंपत्ति के घर पांच संतानें जन्म लेंगी, उन्हें समाज की ओर से एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा.
इस विवाह सम्मेलन में माझी कहार समाज के 201 जोड़े सात फेरे लेकर दांपत्य जीवन में बंध गए. सरकार की ओर से इन जोड़ों को 56,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई. वहीं आयोजन समिति ने नवविवाहितों को गृहस्थी का सामान भेंट किया, ताकि वे अपने नए जीवन की अच्छी शुरुआत कर सकें.
हम दो, हमारे पांच का दिया नारा
सम्मेलन के दौरान माझी कहार समाज के जिला अध्यक्ष नरेंद्र वर्मा ने कहा कि 1990 के दशक में राजनीतिक दलों ने ‘हम दो, हमारे दो’ और ‘शेर का बच्चा, एक ही अच्छा’ जैसे नारे दिए, जिससे हिंदू समाज छोटे परिवार की ओर बढ़ा. उन्होंने कहा कि इससे पारिवारिक रिश्ते कमजोर हो रहे हैं और चाचा, ताऊ, मौसी जैसे संबंध खत्म होने लगे हैं. हिंदुत्व और सनातन संस्कृति को मजबूत बनाए रखने के लिए अब इस सोच से बाहर आकर ‘हम दो, हमारे पांच’ के विचार को अपनाने का समय आ गया है.
उन्होंने यह भी बताया कि देश के कई महान संत और महापुरुष अपने माता-पिता की पांचवीं या छठी संतान थे, जैसे स्वामी विवेकानंद. इसलिए, उन्होंने इस सम्मेलन में शामिल सभी जोड़ों से अनुरोध किया कि वे अपने परिवार को सीमित न रखें और अधिक संतान उत्पन्न करें, ताकि हिंदू संस्कृति और परंपराएं मजबूत बनी रहें.
493 जोड़ों का विवाह हुआ संपन्न
खरगोन जिले में इस दिन कुल 493 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. इनमें से सबसे अधिक जोड़ें माझी कहार समाज के विवाह सम्मेलन में शामिल हुए. आयोजन में पूरे संभाग से लोग पहुंचे और बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विवाह कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया.
इस अवसर पर विवाह मंडप को सामाजिक जागरूकता से जुड़े बैनर-पोस्टरों से सजाया गया था, जिनमें समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने और वैवाहिक जीवन में जिम्मेदारी को अपनाने का संदेश दिया गया. विवाह पूरे हिंदू रीति-रिवाजों और मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ, जिसमें विद्वान पंडितों ने शादी करवाई.
समाज में बढ़ती जागरूकता
इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में न केवल शादी का आयोजन किया गया, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने का भी प्रयास हुआ. आयोजकों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन कराए जाएंगे, ताकि समाज में बड़े परिवार को अपनाने और धार्मिक-सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित रखने की परंपरा को बढ़ावा दिया जा सके.
Location :
Khargone,Madhya Pradesh
First Published :
February 03, 2025, 21:22 IST
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