Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 18:04 IST
Watermelon Crisis: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के खकनार क्षेत्र में करीब 1000 एकड़ में तरबूज की खेती होती है. यहां से देश-विदेश तक तरबूज भेजा जाता हैं लेकिन इस बार किसानों पर बड़ा संकट आ गया है 1000 एकड़ में ...और पढ़ें
जानकारी देते किसान
हाइलाइट्स
- 1000 एकड़ में तरबूज की फसल पर वायरस का अटैक.
- किसानों ने फसल सर्वे और मुआवजे की मांग की.
- वायरस के कारण व्यापार और बाजार प्रभावित होने की संभावना.
मोहन ढाकले, बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के किसान अपनी खास मिठास वाली तरबूज की फसल के लिए मशहूर हैं. यहां से हर साल देश-विदेश तक तरबूज की सप्लाई होती है, लेकिन इस बार किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं. 1000 एकड़ में लगी तरबूज की फसल पर वायरस के अटैक ने करोड़ों रुपए का नुकसान कर दिया है.
किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल सर्वे और मुआवजे की मांग की है, ताकि वे दूसरी फसल की बुवाई कर सकें. लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई, तो किसानों ने खेतों में खुद अपनी फसल उखाड़कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया!
1000 एकड़ की फसल बर्बाद, किसान बेहाल
लोकल 18 की टीम ने किसान किशोर वासनकर से बात की, जिन्होंने बताया कि खकनार क्षेत्र में करीब 1000 एकड़ में तरबूज की खेती होती है. इस बार वायरस की चपेट में आने से 200 से अधिक किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
क्या है खास बुरहानपुर के तरबूज में?
. बाहर से गहरे हरे, अंदर से लाल और रवे दार
. अत्यधिक मीठे, जो देश-विदेश में पसंद किए जाते हैं
. महाराष्ट्र, गुजरात और आंध्र प्रदेश के व्यापारी इन्हें ऊंचे दामों पर खरीदते हैं
लेकिन इस बार वायरस के कारण फसल नष्ट हो गई, जिससे व्यापार भी प्रभावित होगा और बाजार में तरबूज की कमी होने की संभावना है.
किसानों की मांग – फसल का सर्वे और मुआवजा दें सरकार!
किसानों का कहना है:
. प्रशासन को तुरंत फसल सर्वे कराकर उचित मुआवजा देना चाहिए
. दूसरी फसल की बुवाई के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत है
. अगर प्रशासन जल्द सुनवाई नहीं करता, तो प्रदर्शन और तेज होगा
Location :
Burhanpur,Madhya Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 18:04 IST
मिठास घोलने वाला तरबूज, अब किसान के आंसुओं में घुल गया! ये क्या हो गया...