श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें और उनकी मां व पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया है। इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उन्हें कठुआ जाना था, जबकि महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को सेना की गोलीबारी में मारे गए ट्रक चालक के शोक संतप्त परिवार से मिलने के लिए सोपोर जाने की योजना बनाई थी।
'पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देना भी अपराध माना जा रहा'
इल्तिजा मुफ्ती ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे और मेरी मां दोनों को नजरबंद कर दिया गया है। हमारे घर के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं क्योंकि उन्हें सोपोर जाना था जहां वसीम मीर को सेना ने गोली मार दी थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं माखन दीन के परिवार से मिलने के लिए कठुआ जाना चाहती थी, लेकिन मुझे बाहर निकलने की भी अनुमति नहीं दी जा रही। चुनाव के बाद भी कश्मीर में कुछ नहीं बदला। अब पीड़ितों के परिवारों को सांत्वना देना भी अपराध माना जा रहा है।’’
दरअसल, पीडीपी चीफ सोपोर में वसीम मीर के परिवार से मिलने जा रही थीं। आरोप है कि सेना ने वसीम मीर की हत्या की है। वहीं, इल्तिजा माखन दीन के परिवार से मिलने के लिए कठुआ जाने वाली थीं।
मुंह में दही क्यों जमा रखा है- इल्तिजा
इल्तिजा ने एक बयान में कहा था- कुलगाम, बडगाम, गांदरबल में छोटे लड़कों को उठाया जा रहा है। मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि क्या वे सभी आतंकवादी हैं। सभी को शक की नजर से क्यों देख रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि एक भी मंत्री ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। क्या आपके मुंह में दही जमा है।
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