नैनीताल : देशभर में बाबा नीम करौली की बढ़ती लोकप्रियता के कारण भक्तों की संख्या भी दिन प्रतिदिन नैनीताल और प्रसिद्ध कैंची धाम में बढ़ती जा रही है. मान्यता है कि 1961 में नीब करौली बाबा पहली बार नैनीताल आए थे. तब उन्होंने अपने परम मित्र पूर्णानंद के साथ मिलकर कैंची धाम में आश्रम बनाने पर विचार किया था. जिसके बाद 1964 में इस आश्रम की स्थापना हुई थी. वहीं बाबा के भक्तों के लिए अब उत्तराखंड के नैनीताल स्थित चांदनी चौक रेस्टोरेंट में खास सात्विक थाली उपलब्ध है. इस थाली में आपको पूर्ण रूप से शुद्ध स्वादिष्ट खाना मिल जाएगा. नीम करौली बाबा के दर्शन करने के बाद आप इस थाली का स्वाद नैनीताल आकर ले सकते हैं.
चांदनी चौक रेस्टोरेंट के जनरल मैनेजर राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि इस थाली में आपको बाबा को प्रिय मालपूए का स्वाद भी मिल जाएगा. उन्होंने बताया कि कैंची धाम आने वाले भक्तों के लिए उनके यहां खास बाबा की थाली की शुरुआत की गई है. इस तरह की थाली कैंची धाम और अन्य जगहों में नहीं चलाई जा रही है. वहीं बाबा के दर्शन के बाद नैनीताल आने वाले भक्तों के साथ ही अन्य लोग भी इस थाली का स्वाद ले सकते हैं.
भंडारे के प्रसाद की तर्ज पर थाली
राजेंद्र सिंह नेगी बताते हैं कि बाबा की थाली को प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर में प्रतिवर्ष 15 जून को स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले भंडारे में मिलने वाले प्रसाद के तर्ज पर ही शुरू किया गया है. इस थाली में आपको नीम करौली बाबा को प्रिय माल पुआ, काले चने, कद्दू की सब्जी, आलू की सब्जी और पूरी का स्वाद मिल जाएगा साथ ही आप जलेबी और गुलाब जामुन का स्वाद भी इस थाली में के सकते हैं. इस थाली में परोसा जाने वाला खाना पूरी तरीके से वैष्णव है. जिसका स्वाद आप नैनीताल की माल रोड स्थित चांदनी चौक रेस्टोरेंट में आकर ले सकते हैं.
मात्र इतनी है कीमत
जीएम राजेंद्र बताते हैं कि उनके द्वारा जब नीम करौली बाबा के नाम की थाली को शुरू करने का विचार किया गया तो तब उन्होंने इस थाली की कीमत 450 रुपए रखने का सोचा था. जिसके बाद उन्होंने होटल मालिक हैप्पी अटवाल से जब इस थाली की कीमत को लेकर बातचीत की तो उन्होंने सीधा इस थाली की कीमत को आधा करने के निर्देश दिए. जिसके बाद इस थाली की कीमत 225 ₹ निर्धारित की गई.
Tags: Local18, Nainital news, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 13:51 IST