जामनगर: गुजरात का जामनगर का हापा मार्केटिंग यार्ड इन दिनों मूंगफली (ग्राउंडनट्स) की बिक्री के लिए प्रसिद्ध हो चुका है. देवभूमि द्वारका, मोरबी और राजकोट जैसे क्षेत्रों के किसान यहां मूंगफली बेचने आ रहे हैं. इस साल मूंगफली का उत्पादन भरपूर हुआ है, जिससे किसानों को बंपर आय हो रही है. पिछले पांच सालों की तुलना में इस साल मूंगफली की आय लगभग तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है. अनुमान है कि इस बार 10 लाख मन मूंगफली बेची जाएगी, जिससे यार्ड का टर्नओवर भी कई गुना बढ़ेगा.
किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है
पिछले 7-8 वर्षों से तमिलनाडु के व्यापारी जामनगर के हापा मार्केटिंग यार्ड में ग्राउंडनट्स खरीदने आ रहे हैं. उनकी मांग के कारण किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है. 2018 में हापा मार्केटिंग यार्ड में लगभग 6.50 लाख मन मूंगफली बिकी, जिसकी औसत कीमत 900 रुपये थी और टर्नओवर 58 करोड़ रुपये रहा. इसके बाद हर साल यह आंकड़ा बढ़ा.
2023 में यार्ड में 8 लाख मन मूंगफली आई, जिसकी कीमत 1300 से 1350 रुपये प्रति मन थी. इससे कुल टर्नओवर 108 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इस साल, अनुमान है कि मूंगफली की आय 10 लाख मन से अधिक होगी और टर्नओवर 150 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकता है. अब तक 2 लाख मन मूंगफली की रिकॉर्ड आय हो चुकी है.
व्यापार से सबको लाभ
तमिलनाडु के व्यापारियों की खरीदारी से किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है. इसके अलावा, मजदूरों को रोजगार, ट्रक ड्राइवरों को अच्छे भाड़े और बोरों के व्यापारियों को भी मुनाफा हो रहा है. यार्ड की सुविधाएं और स्थानीय व्यापारियों की उपस्थिति तमिलनाडु के व्यापारियों को आकर्षित कर रही हैं.
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तमिलनाडु के व्यापारी जामनगर क्यों आते हैं?
तमिलनाडु के व्यापारी पिछले कई वर्षों से जामनगर, भुज और गोंडल जैसे क्षेत्रों में मूंगफली खरीदने आते हैं. खास बात यह है कि देवभूमि द्वारका के कल्याणपुर पंथक की “बराडी” भूमि पर उगाई गई मूंगफली की गुणवत्ता पूरे गुजरात में अनोखी है. यही वजह है कि तमिलनाडु के व्यापारी जामनगर के हापा यार्ड को प्राथमिकता देते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 15:02 IST